खबरगुरु (नई दिल्ली) 28 अप्रैल 2020। देश में कोरेाना वायरस से निपटने और लॉकडाउन का लेकर मंगलवार को गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि ICMR इसको लेकर स्टडी कर रही है । जब तक ICMR अपने अध्ययन का समापन नहीं करता है और एक मजबूत वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं होता है, तब तक प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग केवल अनुसंधान या परीक्षण के उद्देश्य के लिए किया जाना चाहिए। दिल्ली सहित कुछ राज्यों ने मरीजों को यह थेरेपी देनी शुरू भी कर दी है। लेकिन इस बीच केंद्र सरकार ने इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने सचेत करते हुए कहा है कि इस थेरेपी को अभी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की ओर से मंजूर नहीं किया गया है। .
मरीज की जान को खतरा भी हो सकता है
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने साफ कहा कि प्लाज्मा थेरेपी का अगर सही तरीके से और
गाइडलाइंस के अनुसार उपयोग नहीं करते है तो मरीज की जान को खतरा भी हो सकता है।
24 घंटे में कोरोना वायरस के 1543 नए मामले
अग्रवाल ने कहा कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 1543 नए मामले आए हैं । इसी के साथ संक्रमितों की संख्या 29,435 हो गई है. उन्होंने बताया कि कोविड-19 के 6,868 मरीज अबतक ठीक हो चुके हैं, जो कुल मामलों का 23.3 फीसदी है. अब तक 934 लोगों की मौत हुई है ।