(खबर गुरू) 03 मार्च 2017 : आतंकी संगठन आइएस ने बड़ी संख्या में उइगर मुसलमानों से हाथ मिला लिए हैं और उइगरों को हथियारों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस्लामिक स्टेट (आइएस) के बनाए वीडियो में कहा है कि जल्द ही चीन की नदियों में खून बहा देंगे। चीन के जिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों की आबादी लंबे समय से सामान्य अधिकारों के लिए संघर्ष कर रही है. उन्हें अपने धार्मिक चिह्नों को सार्वजनिक करने, बुर्का पहनने और सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने जैसी छूट नहीं है. धार्मिक मामलों में सरकारी प्रतिबंध का विरोध धीरे-धीरे विद्रोह का रूप ले रहा है.जिनजियांग में भी उइगरों और बहुसंख्यक हान आबादी के बीच हाल के वर्षो में टकराव बढ़ा है। इसमें सैकड़ों लोगों की जान जाने की खबर है। हाल ही में इराकी सेना ने आधा घंटे का ऐसा वीडियो जारी किया है जिसमें आइएस लड़ाके उइगरों को प्रशिक्षित करते दिखाई दे रहे हैं। जिन स्थानों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है उनमें कुछ इलाके चीन के भीतरी इलाकों के हैं। इस वीडियो में एक फुटेज में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग भी दिखाए गए हैं। इसमें एक उइगर नौजवान अपने साथियों से एकजुट होने की अपील करता दिखाई-सुनाई देता है।
वीडियो में अमरीका, चीन, रूस और दुनिया के हर हिस्से में झंडा बुलंद करने की बात कही गई है। वीडियो में जिनजियांग प्रांत की जमीन को उइगरों के खून से लाल करने की बात भी कही जा रही है। इसका बदला लेने का संकल्प लिया जा रहा है। जो व्यक्ति बोल रहा है उसका उच्चारण व भाषा यारकंद निवासियों जैसी है, जो जिनजियांग प्रांत के काशगर के नजदीक का इलाका है। वीडियो में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और सरकार के बारे में जहर उगला गया है। वीडियो में कहा गया है कि लंबी प्रताड़ना के चलते आंखों से जो आंसू बहे हैं, हम उनके बदले अल्लाह की मर्जी से चीन की नदियों में खून बहाएंगे।