ख़बरगुरु (रतलाम) 8 मई 2019। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की व्यवस्था के लिए बनी कचरा गाड़ी अब कई कालोनियों में 8-10 दिनों तक देखने को ही नही मिलती। पहले तो गाड़ी समय पर पहुंचती लेकिन अब तो रोज की शिकायत बनी हुई है। कई जगह तो गाड़ी 10 दिनों तक नही पहुचती । अब जिम्मेदार भी अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटने लगे है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्डों में अंदर की गलियों में कचरा गाड़ी नहीं पहुंच पा रही है। कई जगह देखने मे आ रहा है कि लोगों ने मजबूरी में फिर से कहीं भी कचरा फेंकना शुरू कर दिया है। लोगों ने बातचीत में बताया कि शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर अफसर व कर्मचारी भी पहले की तरह एक्टिव नहीं रहते। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि रोजाना गाड़ी के आने की टाइमिंग भी निर्धारित नहीं है। मनीष नगर के रहवासियों ने बताया कि गाड़ी पिछले 7 दिनों से नही आ रही है, लोगों को इंतजार करना पड़ता है। जब गाड़ी चलाने वाले और सहकर्मी से गाड़ी कई दिनों तक न आने के बारे में पूछा जाता है तो उनके द्वारा “बहुत बुरी स्तिथि है , गाड़िया ही खराब पड़ी है” कह दिया जाता है। लोग अब पूछने लगे है कि कचरा कहाँ फेके क्योंकि 2-3 दिन बाद से तो कचरा सड़ने लगता है और बदबू से जीना मुश्किल हो जाता है।
पार्षद अरुण राव ने बातचीत में बताया कि “कचरा उठाने वाली कई गाड़ीया खराब पड़ी हुई है, में कई बार निगम में अधिकारियों को समस्या से अवगत करा चुका हूँ। कुछ लोगो द्वारा भाजपा को बदनाम करने की साजिश हो सकती है।” हालांकि पार्षद अरुण राव ने कहा कि में जनता की समस्या को समझता हूं और उनकी समस्या के समाधान के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।
शहर की सफाई व्यवस्था को बदलने के लिए नगरनिगम ने कवायद शुरू भी की और मिशन क्लीन सिटी से नगर की तस्वीर बदलने की कोशिश भी हुई पर लंबे समय तक बरकरार रखने में नगरनिगम विफल हो रहा है। रैंकिंग के दौरान व्यवस्था को सुधारने कर्मियों की टीम लगा दी जाती है लेकिन यह सब औपचारिक ही बन कर रह जाती है।