खबरगुरु (नई दिल्ली) 2 जनवरी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट में तीन प्रमुख सरकारी बैंकों देना बैंक ,बैंक ऑफ बड़ौदा और विजया बैंक के विलय को मंजूरी दे दी गई है।
एसबीआई के बाद देश का दूसरा बड़ा बैंक बन जाएगा। जिसका कुल कारोबार 14,82,422 करोड़ रुपये का और उसमें 85,675 कर्मचारी और अधिकारी होंगे। इस समय बैंक ऑफ बड़ौदा में 56,361, विजया बैंक में 15,874, जबकि देना बैंक में 13440 कर्मचारी हैं।
देश के बैंकिंग इतिहास में पहली बार तीन बैंकों का विलय होगा। सरकार ने पिछले साल सितंबर में इसकी घोषणा की थी।
तीनो बैंक के विलय से नया बैंक बन सकती है। इन तीन बैंकों के ग्राहकों को नए बैंक में अपना फिर से खाता खोलना हो सकता है । पेपर वर्क बढ़ जाने के साथ ग्राहकों को खाता खोलने के लिए एक बार फिर से केवाईसी की प्रक्रिया को दोहराना होगा। केवाईसी हो जाने के बाद ग्राहकों को नई चेकबुक, एटीएम कार्ड और पासबुक मिल सकती है।
इन तीनों बैंकों के ग्राहकों की जमा राशि पूरी तरह से सुरक्षित रहेगी।