खबरगुरु (रतलाम) 02 दिसम्बर। थाना औ.क्षेत्र रतलाम मे दिनांक 25 नवंबर की रात राजीव नगर निवासी गोविंद पिता बगदीराम सोलंकी, शारदा बाई व उनकी बेटी दिव्या की घर मे घुसकर हत्या करने वाले 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है हालांकि मुख्य आरोपी दिलीप पिता भावसिंह देवल अभी भी फरार है। बुधवार को पुलिस नियंत्रण कक्ष पर एसपी गौरव तिवारी और एएसपी इंद्रजीत बाकरवाल ने इस सबंध में पत्रकारों को जानकारी दी।
एसपी गौरव तिवारी ने खुलासा करते हुए बताया कि सनसनीखेज हत्याकाण्ड के बाद पुलिस के सौ से ज्यादा अधिकारी कर्मचारी दिन रात इस गुत्थी को सुलझाने में लगे थे। सीसीटावी कैमरों के फुटेज और काल डिटेल्स को खंगालने के अलावा पुलिस ने सम्बन्धित व्यक्तियों से पूछताछ की। दो सौ से ज्यादा सीसीटीवी केमरों के लजारों फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को आरोपियों का सुराग मिला और पुलिस ने हत्याकाण्ड में शामिल चार में से तीन आरोपियों को पकड लिया है। इनके कब्जे से लूट का काफी सारा माल भी बरामद कर लिया गया है। हत्याकाण्ड का मास्टर माइण्ड फिलहाल फरार है,लेकिन उसे भी जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हत्याकाण्ड के मास्टर माइण्ड दिलीप देवल की गिरफ्तारी या उसकी सूचना देने पर पुलिस ने तीस हजार रु. का ईनाम भी घोषित किया है।
यह थी घटना
पुलिस को 26 नवंबर थाना औ.क्षेत्र रतलाम पर फोन सूचना मिली थी की राजीव नगर मे गोविंद सोंलकी, उसकी पत्नि शारदाबाई व उसकी बेटी दिव्या तीनो मृत अवस्था मे अपने घर मे पडे है। घटनास्थल का अवलोकन करने पर यह ज्ञात हुआ कि इनको सिर मे गोली मार कर इनकी हत्या की गई है। उक्त मामले की गंभीरता को देखते हूए स्पेशल टीम का गठन किया गया। जिसमे पुलिस ने आसपास रहने वाले निवासियो के कथन लिये गये साथ ही साथ सीसीटीव्ही कैमरो को खंगाला गया, सायबर सेल की मदद ली गई।
घटना को अंजाम देने के लिये दिनांक 23 नवंबर को ही योजना कर रखी थी और 25 नवंबर का दिन चुना था क्योकि उस दिन छोटी दिपावली (देव उठनी ग्यारस) होने से आतिशबाजी होगी जिससे फायरिंग के दौरान लोगो को पता नही चले । रात 8.15 के आस पास घटनास्थल पर पहुंच गये। मौका देकर जब गली मे बाहर कोई नही था उस वक्त दिलीप, अनुराग उर्फ बॉबी व लाला भाबोर घर के अंदर घुसे व चौथा साथी गोलू उर्फ गौरव इसको बाहर मोटर सायकल व स्कूटी की निगरानी करने एवं गाडी चालू रखने के लिये लगाया ताकि भागने मे कोई दिक्कत न आये। उसके बाद इन लोगो ने घटनास्थल पर दिलीप ने घर के अंदर घुसते ही सबसे पहले शारदाबाई जो अपने घर मे बेड पर बैठकर टीवी देख रही थी उसके सिर मे गोली मारी, उसकी आवाज सुनकर दूसरे कमरे मे लडकी दिव्या उठी ओर जैसे इस तरफ भागी तुरन्त उसको भी चेहरे पर आंख के नीचे गोली मार दी इन दोनो की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। घर में लूटपाट करने के बाद जैसे ही बाहर निकलने लगे तब तक गोविंद सोंलकी जो सैलून पर काम करते है रात्रि लगभग 9 बजे अपने घर पर पहुंचे जैसे गोविंद ने सीढियो पर चढना शुरू किया इन लोगो ने देख लिया इन लोगो ने इंतजार किया व जैसे ही गोविंद घर मे घुसा घर मे छिपकर इन लोगो गोविन्द के सिर पर गोली मार दी ।
मृतिका की स्कुटी चलाकर वहां से भागे, आगे जाकर कपडे बदले
मृतिका दिव्या की स्कुटी की चाबी लेकर स्कुटी चलाकर वहां से भागे व गोलू जो पहले से बीच रास्ते मे स्कूटी चालु करके खडा था इन लोगो ने गाडियो को बदला अपन कपडे बदले व वहां से गोलू व अनुराग को एक तीसरी जगह पर भेज दिया ओर यह लोग देवरा देवनारायण स्कूटी छोडने के बाद वापस एक नियत स्थान पर मिले जहां इन लोगो ने लूटी हुई सम्पत्ति का बटवारा किया ओर चारो फिर अपने अपने स्थानो के लिये रवाना हो गये।
डेढ साल से रतलाम मे किराये के मकान मे रह रहा था मुख्य आरोपी दिलीप
घटनाक्रम का मास्टर माईन्ड दिलीप देवल है जो कि मूलतः दाहोद का रहने वाला है ओर पिछले लगभग डेढ साल से रतलाम मे किराये के मकान मे रह रहा था। इसने सेंटदीप की संचालिका विशाला सोलंकी के माध्यम से क्योकि दिलीप विशाला सोंलकी का पहले छात्र रह चुका है रतलाम मे अपनी पहचान बताकर किराये का मकान लेता है उसके बाद ये महिला के ही माध्यम से विभिन्न लोगो से इसकी जान पहचान होती है लेकिन यह उस जान पहचान का फायदा उठाकर ही यह लोगो को चिन्हित कर लेता है कि कौन सा ऐसा परिवार है जहां आराम से लूट की घटना की जा सकती है, सम्पत्ति ज्यादा मिलने की संभावना रहती है।
इस तारतम्य मे इसने गोविंद सोंलकी से भी सम्पर्क किया जो कटिंग का कार्य करते है यह इनके यहा सेंविग बनाने जाया करता था ओर लॉकडाउन के दौरान भी कई बार ऐसा हुआ कि यह गोविंद सोलंकी के घर जाकर सेंविग बनवाया । उसके घर आने जाने के दौरान ही गोविंद के घर की गतिविधियो को समझ लिया, घर की परिस्थितियो की घर की सम्पत्ति आदि चीजो को देख लिया उसके बाद तब से इसके दिमाग मे इस घटना को अंजाम देना को सोचा व इसके साथी बॉबी उर्फ अनुराग, गोलू उर्फ गौरव व लाला भाबोर से सांझा कर रखा था व दिवाली के पहले ही इन लोगो ने योजना बना रखी थी उसके बाद छोटी दिवाली दिनांक 25.11.20 को चुना था ओर 25 नंवबर को घटना करने के पहले ही उसने अपना किराये का मकान 23 नवंबर को खाली कर दिया था।
मकान खाली कर अज्ञात जगह पर परिवार शिफ्ट कर दिया । और इन लोगो के माध्यम से घटना को अंजाम दिया । अभी तक पुलिस ने इसके साथ तीन लोग जो घटना मे शामिल थे गिरफ्तार कर लिया है। दो दाहोद से व एक को रतलाम से ही गिरफ्तार कर लिया है। घटना के दौरान प्रयुक्त व लूटी गई सामग्री मे से काफी सामग्री को जप्त कर लिया है। लेकिन घटना का मुख्य मास्टर माईन्ड दिलीप देवल अभी भी फरार है।
18 जून को शहर में हुई एक और हत्या का भी खुलासा
थाना औ.क्षेत्र रतलाम की ही एक ओर घटना जो 18.06.20 की घटना है। इसमे मृतिका प्रेमकुंवर की सिर मे गोली मार कर हत्या कर दी गई थी । उस वक्त भी उनके घर पर उनका कोई परिजन नही था । पुलिस ने का मामला पंजीबद्व किया था वह मामला भी अभी तक अनट्रेस था। चूंकि तरीका वारदात दोनो ही घटनाक्रम मे समान था इसलिये पुलिस को पहले दिन से ही इस बात की शंका थी हो न हो इन दोनो घटना मे शामिल गिरोह एक ही होगा ।
इस बात पर विवेचना शुरू की गई तो यह तथ्य सामने आये कि इस घटना को भी आरोपी दिलीप देवल ने अपने अन्य साथियो के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है।
उक्त बात को दो अन्य साथी जो इस घटना से अलग है। इसमे सुमित व हेमन्त जो कि रिश्ते मे दिलीप के बडे पापा का लडका ही है। उसके साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया । उक्त घटना मे शामिल दो आरोपियो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनो घटनाक्रम का मास्टर माईन्ड दिलीप देवल जो एक तरह का साइको किलर है। जो कि लूट की घटना की नियत से घर मे घुसता है व गोली मार कर हत्या करता है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि वह कोई साक्ष्य या गवाह नही छोडना चाहता है। इस कारण अधिकतर महिला व ऐसे घर को चिहिन्त करता है जहां कोई प्रतिरोध न कर सके व इसके खिलाफ कोई साक्ष्य न मिल पाये ।
अभी तक देखा जाए तो दोनो घटना को मिलाकर पुलिस ने कुल पांच आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है जो इसके गिरोह के साथी है। इसमे मुख्यतः अनुराग उर्फ बॉबी, हेमंत जो इसके बडे पापा का लडका है तीसरा गोलू उर्फ गौरव जो कि चाय की दुकान चलाता है, चौथा लाला भाभोर जो कि दाहोद का रहने वाला है व गोलू उर्फ गौरव के बुआ का लडका है और पांचवा सुमित जो कि रतलाम का रहने वाला इनको पुलिस को गिरफ्तार कर लिया है, छठा मास्टर माईन्ड दिलीप देवल जो फरार है।
ये अपराधी हुए गिरफ्तार
1. अनुराग उर्फ बॉबी पिता प्रवीणसिंह परमार जाति मेहर (हरिजन) उम्र 25 वर्ष निवासी सेक्टर बी विनोबा नगर, रतलाम थाना औ.क्षेत्र रतलाम म.प्र.
2. गोलू उर्फ गौरव पिता राजेश बिलवाल जाति भील उम्र 22 वर्ष निवासी रेल्वे कालोनी रोड नंबर 07 म.न. 350 रतलाम थाना औ.क्षेत्र रतलाम म.प्र.
3. लाला पिता मनु भाबोर जाति भील उम्र 20 वर्ष निवासी ग्राम अभलोड लिम्बू फल्या थाना जेसवाडा जिला दाहोद गुजरात
फरार मुख्य आरोपी
दिलीप पिता भावसिंह देवल जाति पटेलिया आदिवासी, निवासी ग्राम खरेडी डुंगरी फल्या थाना ग्रामीण दाहोद जिला दाहोद रतलाम