वॉशिंगटन (ख़बरगुरु) 14 अप्रेल 2017 : अमेरिका ने गुरुवार आतंकी संगठन ISIS के ठिकानों को निशाना बनाकर अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में अब तक का सबसे बड़ा बम गिराया. दुनिया का सबसे बड़ा 10 हजार किलो का नॉन-न्यूक्लियर बम GBU-43 दिया। इस बम को मदर ऑफ ऑल बम कहा जाता है। जिस जगह हमला हुआ है, वह पाकिस्तान की सीमा से सटी है। पेशावर यहां से महज 100 किलोमीटर ही है।बम खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस गुफाओं पर गिराए गए हैं. इस ब्लास्ट का रेडियस तकरीबन 300 मीटर बताया जा रहा है. अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता ने पुष्टि करते हुए कहा कि स्थानीय समय अनुसार तकरीबन 7 बजे बम को एमसी-130 लड़ाकू विमान से गिराया गया है
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता सीन स्पाइसर ने कहा कि हमने ISIS के आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे सुरंगों और खोहों को निशाना बनाया. इस बात का पूरा ध्यान रखा गया कि इससे आम नागरिकों और उनकी संपत्तियों को कोई नुकसान न पहुंचे. स्पाइसर ने कहा कि ISIS के खिलाफ लड़ाई को अमेरिका बेहद गंभीरता से ले रहा है. अफगानिस्तान में अमेरिकी और विदेशी सुरक्षा बलों के प्रमुख जनरल जॉन निकोलसन ने कहा कि इस बम का इस्तेमाल ISIS के लड़ाकों के खिलाफ हुआ, जो सुरंगों को अपना ठिकाना बनाए रहते हैं.
इस GBU-43 बम का वजन 21,600 पाउंड (9,797 किग्रा) है. इसका पहली बार परीक्षण मार्च 2003 में ईराक युद्ध शुरू होने से कुछ दिन पहले ही किया गया था. इसमें 11 टन विस्फोटक पदार्थ आता है. पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टंप ने बताया कि यह पहला मौका है जब अमेरिका ने इस बम का इस्तेमाल किया है.