ख़बरगुरु (रतलाम) 6 फरवरी 2019: कमिश्नर उज्जैन श्री अजीत कुमार ने आज रतलाम में आगामी लोकसभा निर्वाचन के दृष्टिगत जिले की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान मतदाता सूची अपडेशन, मतदान केंद्रों पर न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं, चुनाव के दौरान लगने वाला मेन पावर, वीवीपेट, ईवीएम मशीनों की तैयारियां, कम्युनिकेशन प्लान, वल्नरेबल क्षेत्रों में एहतियातन इंतजाम इत्यादि की समीक्षा कमिश्नर द्वारा की गई। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान,पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, अपर कलेक्टर जितेन्द्र सिंह चौहान, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रवीण फुलपगारे तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इस दौरान कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से कमिश्नर को जिले की तैयारियों से अवगत कराया गया। जानकारी के लिए तैयार की गई पीपीटी की कमिश्नर द्वारा सराहना करते हुए इसी प्रकार की पीपीटी मंदसौर, नीमच तथा आगर-मालवा जिले के लिए भी उपलब्ध करवाने की बात कही गई। रतलाम शहर में कमिश्नर द्वारा18 से 19 वर्ष तथा 20 से 29 वर्ष आयु समूह के मतदाताओं की संख्या अपेक्षाकृत कम पाई जाने पर निर्देशित किया गया कि तहसीलदार रतलाम शहर इस दिशा में ठीक से प्रयास करें। कमिश्नर जिले के उन क्षेत्रों की जानकारी से भी अवगत हुए, जहां मोबाइल नेटवर्क अपेक्षाकृत कम अथवा नहीं के बराबर मिलता है, कलेक्टर ने बताया कि ऐसे क्षेत्रों के लिए विधानसभा चुनाव में रनर की व्यवस्था की गई थी। पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत की जाने वाली कानून व्यवस्था कार्य योजना से कमिश्नर को अवगत कराया गया। साथ ही पुलिस बल की संभावित उपलब्धता की जानकारी पुलिस अधीक्षक द्वारा दी गई। खास तौर पर वल्नरेबल क्षेत्रों में की जाने वाली कार्रवाइयों के बिंदुओं पर उनके द्वारा विस्तृत जानकारी दी गई।
बैठक में कमिश्नर द्वारा राजस्थान से लगने वाले जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में लोकसभा निर्वाचन के दौरान की जाने वाली कार्रवाइयों के बारे में निर्देशित किया गया। उन्होंने मतदाता सूचियों के आदान-प्रदान, अजा-जजा बाहुल्य क्षेत्रों में मतदाताओं को प्रभावित करने वाले तत्वों पर नजर तथा प्रतिबंधात्मक कार्रवाइयों के बारे में खासतौर पर ताकीद की। बैठक में उपस्थित बूथ लेवल अधिकारियों से कमिश्नर द्वारा पूछा गया कि वे अब तक कितनी डोर टू डोर विजिट कर चुके हैं, पिछली बार डोर टू डोर विजिट कब की थी। बीएलओ द्वारा तैयार की गई सूची में 18 वर्ष से अधिक आयु के कितने मतदाता जोड़े गए हैं। विधानसभा चुनाव के बाद बीएलओ के क्षेत्र में कितने मतदाताओं की मृत्यु हुई है अथवा शादी के पश्चात आई कितनी महिलाओं का नाम सूची में जोड़ा गया है। उनके द्वारा शिफ्टेड मतदाताओं की जानकारी प्राप्त की गई। यह भी पूछा गया कि किस मतदान क्षेत्र में सबसे ज्यादा मतदाताओं के नाम जोड़े गए। इसके अलावा एपिक वितरण, व्यय मानिटरिंग दलों के गठन की जानकारी भी कमिश्नर द्वारा प्राप्त की गई।