ख़बरगुरु (जम्मू) 5 अगस्त : श्रीनगर में सोमवार आधी रात से घटनाक्रम तेज़ी से बदला है। पूरे श्रीनगर में धारा 144 लगा दी गई है जो अगला आदेश जारी होने तक प्रभावी रहेंगी। जम्मू कश्मीर में जारी असमंजस की स्थिति के बीच पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को नजरबंद कर दिया गया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के अलावा सज्जाद लोन को भी नजरबंद किया गया है। इसके अलावा श्रीनगर जिले में धारा 144 भी लगा दी गई है और स्कूल, कॉलेजों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्रीआवास पर सुबह 9.30 बजे होगी कैबिनेट बैठक, अनुछेद 35ए पर हो सकता है बड़ा फैसला।
जम्मू जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों और कॉलेजों के प्रशासनों से उन्हें सोमवार को ऐहतियातन बंद रखने के लिये कहा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जम्मू की उपायुक्त सुषमा चौहान ने रविवार रात कहा, “सभी निजी तथा सरकारी स्कूलों और कॉलेजों को ऐतहियातन बंद रखने की सलाह दी गयी है।” अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की स्थिति के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है
ट्वीट कर बताया
इन खबरों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर बताया, ‘मुझे लगता है कि आज आधी रात से मुझे नजरबंद किया गया है और मुख्यधारा के अन्य नेताओं के लिए भी ये प्रक्रिया शुरू हो गई है। ‘
पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने भी ट्वीट कर कहा, ‘कैसी विडंबना है कि हमारे जैसे चुने हुए प्रतिनिधि जो शांति के लिए लड़े थे, घर में नजरबंद हैं। दुनिया देख रही है कि जम्मू-कश्मीर में लोगों और उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. वह कश्मीर जिसने एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक भारत को चुना था, अकल्पनीय उत्पीड़न का सामना कर रहा है। जागो भारत जागो।
कश्मीर में नेताओं को नजरबंद किए जाने को लेकर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि नेताओं को रात में उनके ही घरों में कैद किया जा रहा है, जवानों की तैनाती की जा रही है। वास्तव में कश्मीर के हालात चिंताजनक हैं। सरकार को इस मामले पर अपने इरादे स्पष्ट करने चाहिए।