खबरगुरु (इंदौर) 15 सितंबर। प्रदेश में महामारी का प्रकोप जहां बढ़ते संक्रमण के साथ अब भी जारी है तो वहीं संक्रमण काल में कई अप्रत्याशित घटनाएं सामने आती जा रही है । इंदौर के सरकारी अस्पताल एमवाय से आई एक तस्वीर ने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। शहर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराज यशवंत राव अस्पताल में मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक तस्वीर सामने आई है। एक व्यक्ति की लाश अंतिम संस्कार का इंतजार करते-करते कंकाल बन गई लेकिन किसी ने उसका अंतिम संस्कार नहीं किया। जब मामला मीडिया की सुर्खियों में आया अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन में कंकाल को मोर्चरी से हटा दिया।
यह शव किसका है और कौन इसको लेकर आया इस बारे में अस्पताल का कोई भी कर्मचारी और अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर का कहना है कि जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हॉस्पिटल प्रबंधन अपने स्तर पर घटना की जांच कर रहा है।
हॉस्पिटल में हैं 16 फ्रीजर
एमवाय में करीब 16 फ्रीजर हैं, जहां पर शव रखे जाते हैं। अगर कोई अज्ञात शव पुलिस बरामद करती है तो उसे पीएम के लिए यहीं रखवाया जाता है। तीन से चार दिन बाद उसकी पहचान करके नगर निगम या एनजीओ द्वारा उसका अंतिम संस्कार करवा दिया जाता है। लेकिन इस मामले में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। मीडिया द्वारा तस्वीर वायरल करने पर अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन में कंकाल बन चुके शव को वहां से हटा दिया।