वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसायटी ऑफ इंडिया (डब्ल्यूपीएसआई) के मुताबिक, भारत में इस साल मरने वाले तेंदुए की संख्या बढ़कर 127 हो गई है. आपको बता दें कि इससे पहले एक न्यूज एजेंसी ने साल 2018 के शुरुआती दो महीनों में ही 106 तेंदुओं की मौत की खबर दी थी.
डब्ल्यूपीएसआई ने बताया कि एक से 15 मार्च के बीच कुल 21 तेंदुए की मौत हुई है. इनमें 12 तेंदुए पकड़े गए जबकि नौ तेंदुओं का शिकार किया गया. दो महीने में इतनी संख्या में तेंदुओं की मौत पर चिंता और ज्यादा तब बढ़ जाती है जब इन 106 मौतों में केवल 12 को प्राकृतिक मौत बताया जा रहा है. तेंदुओं की सबसे ज्यादा मौतें शिकार की वजह से हुईं हैं और केवल 12 की मौत प्राकृतिक कारणों से हुईं हैं.