नई दिल्ली (ख़बर गुरु- 25 जनवरी 2016) : नई दिल्ली68th रिपब्लिक डे के मौके पर प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 1950 को हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र बने। लोगों ने संविधान को विश्वास दिया। हमारे लोकतंत्र के निर्माताओं की देन है कि पिछले कुछ समय में अस्थिरता के दौर में भी स्थिर रहा। गरीबी के अनुपात में दो तिहाई गिरावट आई है। आज हम दुनिया की मुख्य इकोनॉमी में एक हैं। देश कैशलेस की ओर बढ़ रहा है।
मुखर्जी ने कहा कि नोटबंदी ब्लैकमनी रोकने के लिए की गई थी। इससे कुछ वक्त के लिए इकोनॉमिक एक्टिविटीज की रफ्तार धीमी हो सकती है। प्रेसिडेंट ने कहा, “ सरकार ने कई नई पहल की हैं। जिनको समाज की बेहतरी को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है। देश को आतंकवाद और बाकी खतरों को सामना करना पड़ता है और हमारे जवानों ने इसका वीरता से मुकाबला किया है।”