चेन्नई (खबर गुरू) 16/02/2017 :तमिलनाडु की सत्ता में चल रही उठापटक अभी तक थमती नजर नहीं आ रही है। तमिलनाडु में मुख्यमंत्री पद की लड़ाई में पलानीसामी का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। शशिकला के जेल जाने के बाद अब गवर्नर सी. विद्यासागर राव एआईएडीएमके की महासचिव शशिकला के भरोसेमंद ई. पलनिसामी को सीएम पद की शपथ दिला सकते हैं।
गौरतलब है कि शशिकला के जेल जाने के बाद राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी को समर्थकों की लिस्ट के साथ बुलाया था, जिन्हें सोमवार को अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने शक्ति परीक्षण के लिए एक सप्ताह के अंदर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की सलाह दी थी।
राज्यपाल ने अन्नाद्रमुक महासचिव वी के शशिकला के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में फैसले के चलते अपना निर्णय लंबित रखा था। कल उच्चतम न्यायालय ने फैसला सुनाया और शशिकला की दोषसिद्धि और सजा को बरकरार रखा। इसके बाद उनके मुख्यमंत्री बनने की उम्मीदें समाप्त हो गईं। इससे पहले तक वह इस पद की दावेदार थीं।
कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम को जहां 10 से अधिक सांसदों और कुछ विधायकों का समर्थन मिला वहीं शशिकला पार्टी के 134 में से करीब 120 विधायकों का समर्थन पाने में सफल रहीं। पनीरसेल्वम के पास बहुत अधिक संख्या में विधायकों का समर्थन नहीं है लेकिन वह इस बात पर जोर दे रहे हैं कि अगर उन्हें कहा जाए तो वह सदन में विश्वास मत हासिल करेंगे।
अब देखना यह है कि राज्यपाल मुख्यमंत्री पद के दोनों दावेदारों से शक्ति परीक्षण के लिए कहने की एजी की सलाह मानते हैं या पलानीस्वामी को सरकार बनाने का न्योता देते हैं।