फेसबुक के पांच करोड़ यूजर्स के डाटा लीक होने के बाद इस दिग्गज सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट की साख को गहरा धक्का लगा है. डेटा लीक मामले में भारत सरकार जल्द ही फेसबुक को नोटिस जारी कर सकती है, हालांकि फिलहाल कार्रवाई नहीं करेगी.
बुधवार को केंद्रीय कानून और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने फेसबुक पर कार्रवाई के संकेत दिए. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी भारतीय का डेटा फेसबुक की मिलीभगत से लीक हुआ होगा तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आईटी कानून में जरूरी शक्ति प्राप्त है, जिसके तहत फेसबुक के मालिक को भारत में तलब भी किया जा सकता है.
2.2 अरब यूजर वाली फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने भी माना है कि उनकी कंपनी ने गलती की है और चूक हुई है. उसके बाद से सोशल मीडिया पर बाकायदा फेसबुक को डिलीट करने का अभियान शुरू हो गया है. #deletefacebook के नाम से इस अभियान को चलाया जा रहा है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा, “फेसबुक समेत सोशल मीडिया द्वारा अप्रत्यक्ष या प्रत्यक्ष रूप से गलत साधनों के जरिए भारत की चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के किसी भी प्रयास की न तो सराहना की जाएगी और न ही उसे बर्दाश्त किया जाएगा.” प्रसाद ने कहा कि भारतीय फेसबुक यूजर्स की निजता के साथ छेड़छाड़ का आकलन करने के लिए सरकार अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन और न्याय विभाग के संपर्क में है.