खबरगुरु (भोपाल/रतलाम) 12 जून। मध्यप्रदेश में शराब ठेकेदारों द्वारा ठेकों को समर्पित किए जाने के बाद कई जिलों में सरकार ही शराब दुकानों का संचालन कर रही है। पहले महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी शराब दुकान के संचालन में लगाई गई और अब शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जा रही है। सागर में पॉलिटेक्निक कॉलेज के शिक्षकों की शराब दुकानों पर ड्यूटी लगा दी गई है। कॉलेज की ओर से बकायद कलेक्टर (आबकारी) का हवाला देते हुए शिक्षकों के नाम के साथ आदेश जारी कर दिया गया है। इस पर कांग्रेस ने सख्त ऐतराज जताया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने ट्वीट कर शिक्षकों की शराब दुकानों पर ड्यूटी का विरोध किया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- ‘कुछ तो शर्म करो शिवराज, महिलाओं को शराब दुकानों पर बैठाने से भी तुम्हारा पेट नहीं भरा और अब शिक्षकों को शराब की दुकान पर बैठा रहे हो। इससे ज्यादा शर्मनाक और निंदनीय प्रदेश में कुछ और नहीं हो सकता। जनता ही जल्दी इस सत्ता के नशे को उतारेगी’।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, “मध्य प्रदेश में पहले महिला पुलिसकर्मियों ने बेची शराब और अब शिक्षक बेचेंगे शराब। शिवराज सिंह, शर्म नाम की तो कोई चीज ही नहीं बची है। जिन पर प्रदेश की सुरक्षा और बच्चों के भविष्य की जिम्मेदारी है, उन्हें शराब बेचने का काम सौंप दिया, वाह शिवराज जी वाह।”
रतलाम शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र कटारिया ने कहा कि प्रदेश में भाजपा क्या करना चाह रही है समझ से परे है। प्रदेश सरकार का ये कदम निंदनीय है। शासन अपनी मती भ्रष्ट कर चुका है। महिलाओ और शिक्षको को शराब की दुकानो पर बैठा कर कौन सा संदेश देना चाह रहे है। हम इसका विरोध करते है। पहले महिला पुलिसकर्मियों ने बेंची शराब और अब शिक्षक बेचेंगे शराब, शिवराज सिंह जी शर्म नाम की तो कोई चीज़ ही नहीं बची है।