खबरगुरु (रतलाम) 4 जून। रमेश सिन्धी को बुधवार शाम शास्त्री नगर स्थित उनके आफिस में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी । घटना के 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने घंटना में शामिल तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हमले में उपयोग की गई बाइक और पिस्टल पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से जप्त की है।
गुरुवार शाम कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसपी गौरव तिवारी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बुधवार शाम रमेश सिंधी अपने साथी के साथ शास्त्री नगर के ऑफिस के बाहर खड़े होकर बात कर रहे थे, तभी एक मोटर साईकिल पर लोकेश भूरिया उर्फ़ गट्टू महाराज निवासी मोहन नगर अपने दो साथियो के साथ आया और वाहन से उतरते से ही शराब पीने के लिए रुपए की मांग की। रमेश सिंधी ने गट्टू को रुपए देने से मना कर ऑफिस के पास ही एक नाई की दुकान पर बाल कलर करवाने चले गए तो गट्टू ने अपनी जेब में रखी पिस्टल निकाल कर दुकान के अंदर आकर रमेश सिंधी को गोली मार दी। गट्टू बाहर निकल कर साथियो के साथ मोटर साईकिल पर भाग गया।
इस दौरान घटनास्थल पर मौजूद रमेश सिंधी के साथियों ने उन्हें तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया, जहा से कुछ देर उन्हें इंदौर रेफर कर दिया गया। पुलिस ने घायल रमेश सिंधी के साथी नवीन पाल की रिपोर्ट पर गट्टू महाराज और उसके साथियो के खिलाफ धारा 307 ,327 ,34 तहत प्रकरण दर्ज आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त पिस्टल और वाहन जब्त किया
आरोपी की तलाश में पुलिस ने जिले की सीमा पर नाकाबंदी कर दी। इस बीच पुलिस को सूचना मिली की आरोपी गट्टू महाराज, मोनू उर्फ़ मनोज तथा शुभम पाटीदार घटना को अंजाम देने के बाद महू नीमच हाइवे के पास जैन ढाबे के पास खड़े है। वहां से उज्जैन भागने की तैयारी कर रहे है। पुलिस सूचना मिलते ही टीम का गठित कर आरोपी की घेराबंदी कर उज्जैन निकलने से पूर्व ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त पिस्टल और दो पहिया वाहन भी जब्त कर लिया है।
लॉक डाउन के दौरान कॉलोनी में हुआ था विवाद
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों का कुछ समय पहले लॉक डाउन के दौरान दशहरे पर विवाद हुआ था। आरोपी कॉलोनी के गेट पास खड़े थे और कॉलोनी के अध्यक्ष रमेश सिंधी का इसी बात और विवाद हुआ था। आरोपी गट्टू ने बताया कि रमेश सिंधी आए दिन किसी न किसी पर विवाद करता रहता था। जिसके बाद उसने अपने साथी मोनू उर्फ़ मनोज तथा शुभम पाटीदार के साथ मिलकर रमेश सिंधी पर हमला करने की योजना बनाई थी।