खबरगुरु (रतलाम) 7 अक्टूबर। रतलाम में बालम ककड़ी खाने से बुधवार को एक ही परिवार के पांच लोग बीमार हो गए थे। जिसमे 5 साल के बच्चे क्रियांश ने दम तोड़ दिया था। तीन दिन बाद उसकी बड़ी बहन साक्षी को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज से बड़ौदा लेकर जा रहे थे, परंतु रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
शनिवार को साक्षी को मेड़िकल कॉलेज से बडौदा के लिए इलाज हेतु एम्बुलेंस से निकले थे। दोपहर तकरीबन साढ़े तीन बजे रास्ते में तबियत बिगड़ी और बच्ची को एम्बुलेंस के अंदर ही उल्टीयां होने लगी। बडौदा के पहले ही दाहोद में उसे अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। साक्षी के काका रवि पाटीदार ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान बाहर प्रायवेट में सोनाग्राफी करवाई थी, किडनी में इन्फेक्शन होने का पता चला था। परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में सही इलाज और सुविधा नहीं मिलने का आरोप लगाया है।
ककड़ी खाने के बाद पूरा परिवार हुआ था बिमार
आपको बता दे जड़वासा कला निवासी 37 वर्षीय मांगीलाल पाटीदार बालम ककड़ी खरीद कर लाए थे। उन्होने अपनी पत्नी कविता (34), पांच वर्षीय पुत्र क्रियांश, 11 वर्षीय बेटी दक्षिता और आठ वर्षीय बेटी साक्षी के साथ ककड़ी खाई थी। अगले दिन बुधवार सुबह तबीयत बिगड़ी और सभी को उल्टियां होने लगी थी। पांचों को शहर के एक प्रायवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में इलाज करवाकर सभी गांव लौट आए थे। रात होते होते सभी की तबीयत फिर बिगड़ने लगी। बुधवार रात मां कविता, बेटी दक्षिता, साक्षी और बेटे क्रियांश को फिर उल्टियां शुरू हो गई। चारों को लेकर ईलाज के लिए मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। जहां कुछ देर बाद क्रियांश की मौत हो गई। दोनो बच्चियों का इलाज मेड़िकल कॉलेज में किया जा रहा था।जारी है। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें आईसीयू में भर्ती कर रखा है। परिवार के सभी सदस्यों की तबीयत बालम ककड़ी खाने के बाद बिगड़ी थी।