🔴 निशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवाने की अंतिम तिथि 30 अप्रेल
खबरगुरु (रतलाम) 31 मार्च। सी ई ओ जिला पंचायत श्रीमति मीनाक्षी सिंह के निर्देशानुसार जिला पंचायत के सभाकक्ष में श्रीमति विनीता लोढा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग , श्री आर. के . मिश्रा जिला बाल संरक्षण अधिकारी , श्री हिमांशु शुक्ला जिला कार्यक्रम प्रबंधक राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की उपस्थिति में महिला बाल विकास विभाग की सीडीपीओ तथा सुपरवायजर्स की बैठक आयोजित की गई ।
आंगनवाडी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र के पात्र हितग्राहियों को शिविर स्थल पर लाकर कार्ड बनवाऐं
बैठक में श्रीमति विनीता लोढा ने सभी सुपरवायजर्स को पात्र हितग्राहियों के कार्ड बनवाने में प्रगति लाने के निर्देश दिए उन्होने कहा कि सभी आंगनवाडी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र के पात्र हितग्राहियों को शिविर स्थल पर लाकर कार्ड बनवाऐं । हिमांशु शुक्ला ने जिन ग्रामों में कार्ड बनने की प्रगति धीमी है उन क्षेत्रों की जानकारी देते हुए कार्य में प्रगति लाने की बात की।
उल्लेखनीय है कि शासन निर्देशानुसार निशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए अंतिम तिथि 31 मार्च से बढाकर 30 अप्रेल निर्धारित की गई है । इस प्रकार शेष बचे हितग्राही अपने कार्ड नजदीकि कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर बनवा सकते हैं । आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आवेदक को अपना समग्र आई डी और आधार कार्ड लेकर नजदीकि कॉमन सर्विस सेंटर पर जाना होता है । पात्रता परीक्षण कराने पर पात्र होने की दशा में आयुष्मान कार्ड बन जाता है। उल्लेखनीय है कि आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत चिन्हित अस्पतालों में कोविड को भी सम्मिलित किया गया है । सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना अंतर्गत डी 1 से डी 7 ( डी 6 श्रेणी को छोडकर ) के चिन्हित परिवार , संबल योजना के कार्ड धारी परिवार , खाद्यान्न पात्रतापर्ची धारक परिवार के सदस्यों को योजना की पात्रता में शामिल किया गया है ।
आयुष्मान कार्डधारी परिवार के सदस्यों को प्रतिवर्ष पांच लाख रूपये तक का निशुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा कवच
योजना में आयुष्मान कार्डधारी परिवार के सदस्यों को प्रतिवर्ष पांच लाख रूपये तक का निशुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा कवच प्रदान किया जाता है तथा समसत सरकारी और निजी चिन्हित अस्पतालों में निशुल्क स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जा रहा है । बैठक के दौरान बाल संरक्षण हेतु जोखिम भरे क्षेत्रों की मेपिंग , विभागीय कार्यक्रमों पोषण मिशन , प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सहित अन्य कार्यक्रमों की समीक्षा की गई एवं विभागीय निर्देश दिए गए ।