खबरगुरु (रतलाम) 9 नवम्बर। रतलाम जिले के देवरूण्डा गांव में 7 और 8 नवम्बर की दरमियानी रात को हुए तिहरे हत्याकांड के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें महिला भी शामिल है एवं दो आरोपी आदतन अपराधी होकर उन पर कई गंभीर धाराएं पंजीबद्ध है।
मंगलवार को एसपी गौरव तिवारी ने पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया मृतक लक्ष्मण भाभर के चाचा पूंजा उर्फ पूनमचंद, खेत की पड़ोसी रूपली खराड़ी सहित उसके बेटे पीरू और दिलीप खराड़ी, कमलेश एवं फुलजी गामड़ ने मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया। उन्होंने पहले लक्ष्मण के सिर पर लाठी मारी थी जिससे वह बेहोश होने लगा था। इसके बाद लक्ष्मण और उनके दोनो बेटों विशाल (12) एवं पुष्कर (8) को रस्सी के द्वारा पानी की मोटर से बांधकर कुएं में फेंक दिया। दम घुटने से तीनों की मौत हो गई।
यह था मामला
7 नवम्बर को मृतक लक्ष्मण की पत्नी बसंती बाई भाभर मजदूरी करने घर से बाहर गई थी, मृतक लक्ष्मण भाभर अपने दोनों पुत्रो विशाल भाभर उम्र 13 वर्ष और पुष्कर भाभर उम्र 8 वर्ष के साथ अपने खेत पर कुंए की जली हुई मोटर ठीक करने गए हुए थे। शाम जब बसंती बाई घर आई तब तक लक्षमण और उसके बेटे घर नही मिले तब बसंती ने परिवार व ग्रामीणो को बताया और सभी मिलकर तीनो को ढूंढने निकले। गाँव मे संभावित स्थानो पर ढूंढने पर नहीं मिले, खेत पर तलाश करने पर कुंए के पास जली मोटर नहीं दिखने पर परिवार के सदस्यो व ग्रामीणो द्वारा कुंए मे देखने पर कुछ संदिग्ध चीजे दिखी। जिसके उपरांत ग्रामीणो ने थाना सैलाना पर सूचना दी, सूचना पर पुलिस द्वारा कुएं मे तलाश कर शवो को ग्रामीणो व गोताखोरो की सहायत से बाहर निकालने पर लक्ष्मण भावर, विशाल भावर और पुष्कर भावर का शव मोटर की रस्सी मे बंधा हुआ पाया गया। प्राथमिक सूचना के आधार पर पुलिस द्वारा मर्ग पंजीबद्ध कर घटना की जांच प्रारम्भ की गई।
आरोपियों की धडपकड के लिए किया टीम का गठन
घटना की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की धड़ पकड़ हेतु पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी (भा0पु0से0) द्वारा अति0 पुलिस अधीक्षक महोदय (सिटी) डॉ0 इंद्रजीत बाकलवार के मार्गदर्शन मे अनुविभागीय अधिकारी सैलाना संदीप निगवाल के निर्देशन मे थाना प्रभारी सैलाना निरीक्षक एस0एम0 सेंगर के नेत्रत्व मे टीम का गठन किया।
खेत में पानी पिलाने की बात को लेकर चला आ रहा था विवाद
पुलिस टीम द्वारा शवो का पोस्ट मोर्टम कराया गया जिसमे मृतक लक्ष्मण भावर के सिर पर चोट होना पायी गयी व शवो के मिलने की परिस्थिति व घटना स्थल पर मिले साक्ष्यों के आधार पर घटना मे मृतको की हत्या की आशंका और बढ़ गई। परिजन एवं ग्रामीणो से पूछताछ करने कर ज्ञात हुआ की मृतक लक्ष्मण भाभर का ग्राम देवरुन्डा स्थित खेती की जमीन व कुएं से खेत में पानी पिलाने की बात को लेकर मृतक के काका पूनमचंद उर्फ पुंजा भाभर एवं पडोसा रूपली खराड़ी, दिलीप उर्फ दीपू उर्फ दूलसिंह खराडी, फूलजी गामड, कमलेश उर्फ कमल गामड से विवाद चला आ रहा था। इन सभी के द्वारा मृतक लक्ष्मण से कुएं मे मोटर डालने की बात को लेकर धन तेरस की दिन भी विवाद किया गया था। शंका के आधार पर पुलिस द्वारा 12 लोगो को राउंडअप कर पूछताछ करना प्रारम्भ किया गया।
दो आरोपी आदतन अपराधी है, कई अपराध है पंजीबद्ध
आरोपी पुंजा उर्फ पूनमचंद पिता नागू जी भाभर निवासी नयाटापरा थाना सैलाना के विरुद्ध वर्ष 2019 मे हत्या के प्रयास का प्रकरण पंजीबद्ध है। आरोपी फूल जी पिता नान जी गामड निवासी देवरूण्डाय थाना सैलाना मे पंजीबद्ध गुंडा है, जिसके विरुद्ध थाना सैलाना मे मारपीट व अन्य धाराओ मे कुल 8 अपराध पंजीबद्ध है ।
ये है आरोपी
पुंजा उर्फ पूनमचंद पिता नागू जी भाभर निवासी नयाटापरा थाना सैलाना, रूपली पति रूपा खराडी निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना, पीरू पिता रूपा खराडी निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना, दिलीप उर्फ दीपू उर्फ दूलसिंह पिता रूपा खराड़ी निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना, फूल जी पिता नान जी गामड निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना, कमलेश उर्फ कमल पिता फूलजी गामड निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना।
केस को सुलझाने में इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका
घटना के खुलासे मे FSL अधिकारी अतुल मित्तल, थाना प्रभारी सैलाना निरीक्षक एस एम सेंगर, उप निरीक्षक ध्यान सिंह सोलंकी, उप निरीक्षक के0एल0 दायमा, ASI मुकुट सिंह यादव, प्र.आर. हेमंत जाट, आर. दिलीप, आर. शतीश, आर. अनिल डोडियार की सराहनीय भूमिका रही ।
तिहरे हत्याकांड का खुलासा करते एसपी गौरव तिवारी