खबरगुरु (रतलाम) 2 जनवरी। नए साल में मध्य प्रदेश में कोरोना का तांडव जारी है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की संख्या लगातार बढ़ने लगी है। प्रदेश के 28 जिलों में कोराेना फैल गया है। बच्चों के वैक्सीनेशन और बढ़ते संक्रमण को लेकर सीएम ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक बुलाई। रविवार को जिलों की क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक में सीएम ने कहा- कोरोना के केस अब तेजी से बढ़ना शुरू हो गए हैं। सीएम ने कलेक्टरों को दवा-इंजेक्शन का कम से कम एक माह का स्टॉक रखने के निर्देश भी दिए। प्रभारी मंत्री, कलेक्टर, सांसद व विधायक इसे गंभीरता से लेते हुए जिला स्तरीय केविड केयर सेंटर अनिवार्य रूप से प्रारंभ करें। सीएम ने कोरोना के सैंपल रिपोर्ट 24 घंटे में रिपोर्ट देने को कहा।
कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए चिकित्सा व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए- डॉ राजेन्द्र पांडेय जावरा विधायक
जावरा विधायक डॉ राजेन्द्र पांडेय ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से संवाद करते हुए सुझाव डॉ पांडेय ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए चिकित्सा व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए।जिले के सबसे बड़े केंद्र जावरा में सिटी स्केन मशीन प्रदाय की जाना आवश्यक है। छोटे बच्चों की ऑनलाइन क्लास की भी व्यवस्था हो। रतलाम एन आईं सी पर आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक में विधायक डॉ पांडेय के अलावा जिलाधीश कुमार पुरूषोत्तम, पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी,अपर कलेक्टर एम एल आर्य,सीईओ जिला पंचायत जमुना भिड़े, सीएचएमओ डॉ प्रभाकर ननावरे, डीन मेडिकल कालेज डॉ जितेंद्र गुप्ता,समिति सदस्य गोविंद काकानी सहित अधिकारी गण उपस्थित रहे।
जावरा जिले का बड़ा केंद्र है, जावरा में सिटी स्केन मशीन उपलब्ध कराई जाए
सिटी स्केन मशीन रतलाम जिले में आ गई है। लेकिन जावरा जिले का बड़ा केंद्र है, जहां पिपलोदा,आलोट,ताल ,बड़ावदा,के अलावा नागदा व खाचरौद से भी मरीज यहां आते है। इसलिए जावरा में सिटी स्केन मशीन उपलब्ध कराई जाए। जिस पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि जावरा को सिटी स्केन मशीन जरूर दी जाएगी।ये मशीन विदेश से आती हैं इसलिए उपलब्धता व प्राथमिकता के आधार पर प्रदान की जाएगी।डॉ पांडेय ने रतलाम को प्रदाय सिटी स्केन मशीन को अधिक फ़िल्म वाली तकनीक से जोड़ा जाए।इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर आ गई है।दुनिया भर के साथ प्रदेश में भी केस बढ़ रहे है।आपने 3 दिसम्बर से 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों के वेक्सिनेशन को जोरशोर से क्रियान्वित करने पर जोर दिया।