पणजी (खबर गुरू) 19/02/2017 : अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर मौजूद भारत का इकलौता सक्रिय ज्वालामुखी फिर से जाग गया है। इससे लावा और राख निकलने लगी है। ज्वालामुखी के फिर से सक्रिय होने की वजह से वैज्ञानिक चिंतित हैं। पोर्ट ब्लेयर से 140 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व स्थित ज्वालामुखी 150 साल से शांत पड़ा है, जो पहले 1991 में सक्रिय हुआ था और उसके बाद से इसमें रुक-रुक कर गतिविधि दिखी है।
यह जानकारी गोवा स्थित राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्था (एनआईओ) के शोधकर्ताओं ने दी. सीएसआईआर एनआईओ ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘अंडमान और निकोबार द्वीप का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी एक बार फिर सक्रिय हो गया है.
अभय मुधोल्कर के नेतृत्व वाली एसआईआर-एनआईओ के वैज्ञानिकों की टीम ने बताया कि ज्वालामुखी फिर सक्रिय हुआ है और इससे धुआं तथा लावा निकल रहा है। एनआईओ ने कहा, ’23 जनवरी 2017 की दोपहर एसआईआर-एनआईओ के जहाज पर बैठे शोधकर्ताओं ने बैरन ज्वालामुखी के नजदीक समुद्र तल से उस वक्त नमूने लिए जब इससे अचानक राख निकलना शुरू हुआ।’
‘टीम ज्वालामुखी के करीब एक मील दूर थी और इसे बहुत बारीकी से देख रही थी। यह 5-10 मिनट तक रह-रह कर भड़कता रहा।’ सूर्यास्त होने के बाद टीम ने देखा कि इससे लाल लावा भी निकलना शुरू हुआ। एनआईओ का कहना है कि शोधकर्ता 26 जनवरी की सुबह फिर ज्वालामुखी की गतिविधियों को देखने गए। शोधकर्ताओं की टीम ने पाया कि उसमें विस्फोट हो रहा था और उससे धुआं निकल रहा था।