नासिक (खबर गुरू) 04 मार्च 2017 : हाल ही में एक वेबसाइट ने सेना में ब्रिटिश राज से चले आ रहे ‘सहायक’ सिस्टम की पोल खोली थी. इस प्रणाली का शिकार रहे एक 33 साल के जवान का शव गुरुवार को एक बैरक में टंगा हुआ मिला. इस जवान का नाम रॉय मैथ्यू है और वह केरल के कोलम जिले के एझुकोन का रहने वाला है। उसका शव नासिक की देओलाली छावनी में खाली बैरक की छत से लटकता पाया गया। वह 25 फरवरी से ही देओलाली में आर्टिलरी सेंटर से लापता था। पुलिस ने आशंका जताई है कि उसकी मौत तीन दिन पहले हुई होगी। वह एक कर्नल रैंक के अधिकारी के साथ सहायक के तौर पर तैनात था।
लगभग 13 साल से सैन्य सेवा दे रहे गनर रॉय मैथ्यू देओलाली में एक कर्नल रैंक के अधिकारी के सहायक के तौर पर तैनात थे। खबर के अनुसार मैथ्यू उस स्टिंग में दिखे थे जिसमें जवानों को अधिकारियों के कुत्ते टहलाते और बच्चों को स्कूल छोड़ते दिखाया गया था। वीडियो में मैथ्यू ने सेना के अफसरों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मैथ्यू 25 फरवरी से लापता हो गए थे। सूत्रों के अनुसार इस स्टिंग ऑपरेशन को लेकर कई अधिकारियों ने मैथ्यू से पूछताछ की थी और वे काफी दबाव में थे।
वहीं, सेना का कहना है कि 24 फरवरी को वीडियो सामने आने के चौबीस घंटे के भीतर मैथ्यू बिना छुट्टी लिए गायब हो गए थे। उधर, पुलिस ने स्टिंग ऑपरेशन के बाद मैथ्यू को प्रताड़ित किए जाने की संभावना को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच करने की बात कही है।