खबरगुरु (रतलाम) 5 सितम्बर। तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ‘सनातन धर्म को ख़त्म किए जाने’ वाले बयान को लेकर विवादों में हैं । पूरे देश में विभिन्न संस्थाएं और कई लोग विरोध दर्ज करा रहे हैं। रतलाम में सनातन धर्म महासभा ने सनातन धर्म को खत्म करने वाली टिप्पणी पर उदयनिधि स्टालिन को आड़े हाथ लिया। सनातन धर्म महासभा ने मंगलवार को रतलाम में अपना विरोध दर्ज करवाया। महामहिम राष्ट्रपति को अवगत कराते हुए जिला पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन दिया।
सनातन धर्म को अपमानित किया गया, कभी भी सहन नहीं करेगें
सनातन धर्म महासभा के अध्यक्ष अशोक सोनी ने बताया कि भारतवर्ष में अनादी काल से साधु संतों ने सनातन धर्म की रक्षा करते हुए सभी धर्म का सम्मान किया है । मंत्री द्वारा विधर्मियों को खुश करने , सस्ती राजनीति लोकप्रियता, अन्य धर्म के लोगों को खुश करने की लालसा में सनातन धर्म लोगों को अपमानित करने का निर्देनीय कार्य किया है । वर्तमान में पूरे विश्व में लगातार सनातन धर्म की ख्याति को बढ़ते देख उसे अपमानित करने का यह कार्य सनातन धर्म के अनुयायी कभी भी सहन नहीं करेगें। सनातन धर्म महासभा ने महामहिम राष्ट्रपति को अवगत कराते हुए जिला पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि विवादित बयान देने वाले मंत्री उदय निधि पर धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली धाराएं लगाकर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए। एवं भविष्य में कोई सस्ती राजनीति की लोकप्रियता पाने के लिए सनातन धर्म की ओर आंख उठाकर नहीं देख सके।
सनातन धर्म महासभा के अध्यक्ष अशोक सोनी, वरिष्ठ सदस्य गोविंद काकानी, विरेन्द्र वॉफगावकर, बालमुकुंद चावडा, राजुचंदा सोनी, महेन्द्र सिंह चंद्रावत, मनोज शर्मा कमल भाटी, अनिल सोनी, डॉ कमल तिवारी गोपाल शर्मा, मोहनलाल धबाई, सतीश भारतीय, श्रीमती तारा बहन सोनी श्रीमती वंदना सोनी , श्रीमती अनीता कटारा , संजय सोनी भूपेंद्र सोनी , मतीश राठौर , राजू केलवा मौजूद रहे।