खबरगुरु (रतलाम) 25 सितंबर। रतलाम के माणकचौक थाना क्षेत्र के तेजानगर में दो दिन पूर्व सांड की लड़ाई में घायल हुए युवक राजेश गुगलिया की बुधवार सुबह मौत हो गई। युवक की मौत के बाद आक्रोशित लोगों का गुस्सा नगर निगम के खिलाफ फूट पड़ा। आक्रोशित लोगों ने संत रविदास चौक पर युवक का शव रखकर चक्काजाम कर किया। नाराज लोग तुरंत अवैध तबेले हटाने और परिजन को उचित मुआवजा देने की मांग करते रहे। इस बीच कई बार प्रशासन के अधिकारियों एवं आक्रोशित लोगो की बीच विवाद की स्थिती बनी। करीब दो घंटे बाद महापौर और अधिकारियों की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ और परिजन शव को अंतिम सस्कार के लिए ले गए।
दरअसल, दो दिन पूर्व तेजानगर में आवारा सांड ने मोहनबाई, राजेश व अमृतलाल पाटीदार निवासी तितरी को घायल कर दिया था। गंभीर चोट आने से राजेश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, जहां राजेश की बुधवार को मौत हो गई थी। जिससे नाराज रहवासियों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगो ने सुबह संत रविदास चौक पर राजेश का शव रखकर चक्काजाम किया। इस दौरान भारी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई थी। एसडीएम, निगम कमिश्नर, सीएसपी मौके पर पहुंचे थे। इस बीच क्षेत्रवासियों और प्रशासन के अधिकारियों में तीखी बहस भी हुई। क्षेत्रवासियों का कहना है कि वार्ड में लगातार आवारा मवेशी घूमते रहते है, लेकिन नगर निगम ध्यान नहीं देता। इससे पहले भी रतलाम में कई बार सांड के हमले से लोग घायल भी हुए है और कई की जान भी गई है। बावजूद निगम प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं लेता है।
निगम प्रशासन मुर्दाबाद के लगे नारे
आक्रोशित लोगो ने निगम के खिलाफ नारेबाजी की। निगम प्रशासन मुर्दाबाद, निगम तेरी तानाशाही नहीं चलेगी नारो से गूंज उठा संत रविदास चौक। लोगो का कहना था कि निगम के अधिकारी ध्यान नहीं देते। गुस्साए लोग अवैध तबेले को तुरंत हटाने की मांग और परिजनों को उचित मुआवजा देने की बात पर अड़े रहे। समझाइश देने के लिए एसडीएम अनिल भाना ने कई प्रयास किए। इस दौरान एसडीएम और लोगो में तीखी बहस भी हुई। करीब दो घंटे बाद महापौर ने आकर अधिकारियों के साथ लोगो को समझाइश दी। पीड़ित परिवार को करीब दो लाख की मदद की जाएगी, जिसमें डेढ़ लाख जिला प्रशासन करेगा, वहीं पचास हजार महापौर देंगे। अवैध तबेलों पर कार्रवाई और मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। इसके बाद मौजूद लोग और परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए और यातायात सुचारू हुआ।
तेजा नगर निवासी कमलेश खन्नीवाल ने बताया कि शहर भर में मवेशियों के कारण घटना हो रही है। यहां तक की लोगों को जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है। कई अवैध तबेले संचालित हो रहे हैं, निगम के अधिकारी ध्यान नहीं देते। राजेश की शादी नहीं हुई थी। घर में बुजुर्ग माता-पिता का वह इकलौता सहारा था। परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। बुजुर्ग माता-पिता का सहारा राजेश ही था। भरण पोषण वही करता था। जब कमाने वाला ही चला गया तो अब क्या होगा? इसलिए प्रशासन को जगाने के लिए चक्का जाम कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति ना हो।
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