खबरगुरू (रतलाम) 24 मई। शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को ग्राम अजंदा जिला धार निवासी किरण बादले ने पुलिस थाने पर चार माह की बच्ची की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। शनिवार सुबह जीआपी ने रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नम्बर 4 के बाहर से बच्ची चोरी कर ले जाती महिला को पकड़ा और स्टेशन रोड थाना पुलिस को सुपुर्द किया।
पूछताछ में सही जानकारी नहीं देने पर पुलिस को शक हुआ
जीआरपी थाना प्रभारी मोतीराम चौधरी ने बताया की आरोपी महिला ऑटो में बैठकर रतलाम जिला अस्पताल आई। वहां पर ऑटो चालक को कुछ देर रुकने का कह अस्पताल के अंदर गई। लगभग 10 मिनट बाद एक बच्ची के साथ ऑटो में बैठी और स्टेशन रोड आ गई। ऑटो चालक को महिला संदिग्ध लगी और उसने जीआरपी को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मोतीलाल चौधरी ने एएसआई नौशाद प्रधान, प्र.आ. मोहनलाल एवं प्र.आ. शाहीन बेगम को सर्चिंग के लिए भेजा। सुबह प्लेटफार्म नंबर 4 के बाहर एक महिला को छोटी बच्ची के साथ देखा। पूछताछ में महिला ने अपना नाम तरन्नुम पति महफूज अंसारी निवासी 27 खजराना इंदौर बताया। शक होने पर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो महिला ने बच्ची को चोरी करना कबूला। मामला स्टेशन रोड थाने का होने पर जीआरपी ने बच्ची समेत महिला को स्टेशन रोड थाना सुपुर्द किया।
शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करवाई थी गुमशुदगी दर्ज
किरण बादले पति गुनील बादले उम्र 23 वर्ष ने पुलिस को 4 माह की बच्ची की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। किरण ने शिकायत में बताया मैं ग्राम अजंदा जिला धार की स्थाई निवासी हूं , अभी हुसैन टेकरी रोजाना रोड जावरा में मेरी मां रेखा के साथ रहती हूं। मेरा एक लड़का कृष्णा 3 साल एवं एक लड़की शीतल जिसकी उम्र 4 माह है। मुझे टीबी की बीमारी है। इलाज के लिए मैं, मेरी मां रेखा मेरे दोनों बच्चों के साथ 23 मई को रात 8 बजे रतलाम के सरकारी अस्पताल में आए थे। रात में इलाज नहीं हो पाने के कारण सरकारी अस्पताल की ओपीडी विभाग के पास सो गए थे। रात को 3:30 बजे मेरी नींद खुली तो मेरी लड़की शीतल नहीं दिखी। मैंने सरकारी अस्पताल और आसपास तलाश किया परंतु लड़की नहीं मिली।
तीन दिनों से रह रही थी रतलाम में
प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्ची चोरी करने वाली महिला तरन्नुम तीन दिनों से रतलाम में रह रही थी। इस दौरान कई बार अस्पताल भी आई थी। वारदात को अंजाम देने के लिए शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात ऑटो में बैठ जिला अस्पताल आई थी। बच्ची की मां को गहरी नींद में सोता देख बच्ची को उठाया और ऑटो में बैठकर रेलवे स्टेशन आ गई थी।