उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच की जंग को टाल दे. उधर, दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका भी मिलकर नार्थ कोरिया को काबू करने की तैयारी कर रहे हैं. उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने साफ तौर पर कह दिया है कि अब सवाल ये नहीं है कि एटमी जंग होगी या नहीं बल्कि अब सवाल ये है कि जंग कब होगी? क्योंकि एटमी जंग होनी तो तय है. जाहिर है उत्तर कोरिया के इस ऐलान के बाद दुनिया भर में बेचैनी बढ़ गई है.
दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका ने साम दाम दंड भेद सब कर के देख लिया मगर नॉर्थ कोरिया का ये तानाशाह किसी के काबू में नहीं आया. लिहाज़ा अब इन तीनों देशों ने मिलकर किम जोंग उन की ताकत पर वार करने का प्लान बनाया है. इन तीनों देशों ने मिलकर की अब तक सबसे बड़ी एयरफोर्स एक्सरसाइज़. जिसमें छह F-22 और अट्ठारह F-35 फाइटर जेट के साथ इस मिलिट्री ड्रिल में 250 एयरक्राफ्ट और 12 हज़ार सैनिकों ने हिस्सा लिया. 5 दिन तक चली अमेरिका और दक्षिण कोरिया की इस मिलिट्री ड्रिल का मक़सद अपनी वायु सेना की क्षमता का प्रदर्शन करना था.
आपको बता दें कि जंग के हालात को देखते हुए अमेरिका ने B-1B बॉम्बर को पहले से ही कोरियाई पेनिनसुला में उतार रखा है. जब बार-बार जुबानी चेतावनी का किम पर असर नहीं हुआ तो अमेरिका ने आखिरकार उत्तर कोरिया को अपने विनाशक जेट और सेना को उतारकर मिलिट्री ड्रिल करने का फैसला किया. ताकि अमेरिका की ताकत देखकर मार्शल अपनी हरकतों से बाज आएं. मगर बाज़ आना तो दूर नॉर्थ कोरियाई मीडिया ने इसे परमाणु युद्ध के लिए खुली अमेरिकी चुनौती करार दिया है.