खबरगुरु (रतलाम) 12 जून। रतलाम के नयापुरा की रहने वाली 23 वर्षीय गर्भवती महिला किसी संक्रमित के संपर्क में कोरोना की चपेट में आ गई थी। तब रतलाम के मातृ एवं शिशु अस्पताल में महिला की सफलतापूर्वक सिजेरियन डिलीवरी करवाई गई थी। इस कार्य में एमसीएच आरएमओ डॉ रजत दुबे पैरामेडिकल स्टाफ दिव्या गुप्ता सोनिका दिवाकर मुनमुन मशीन का बड़ा योगदान रहा। डिलीवरी पश्चात मां तथा बेटी को तत्काल रतलाम मेडिकल कॉलेज के कोविड- हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया गया जहां उनका उपचार शुरू हुआ डिप्टी कलेक्टर सुश्री शीराली जैन कॉलेज के डीन डॉ संजय दीक्षित एवं उनकी टीम द्वारा महिला एवं उसकी बेटी के उपचार के विशेष प्रबंध किए गए थे ताकि बेटी को संक्रमण से बचाया जा सके। यहां डॉक्टर सतीश कामटे सिस्टर ग्रेसी मसीह सिस्टर रशेल राणा सिस्टर काजोल मालवीय सिस्टर विष्णुकांता तथा अन्य पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा अपनी ड्यूटी को बखूबी निभाया गया परिणाम स्वरूप 23 वर्षीय मां और उसकी 10 दिन की बेटी स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए।
अन्य समय में उसकी नानी संभालती थी बच्ची को
मेडिकल कॉलेज डिन डॉक्टर संजय दीक्षित ने बताया कि कोविड- पॉजिटिव मां तथा उसकी बालिका का विशेष ध्यान रखा गया। बच्ची को उसकी मां के पास तभी ले जाया जाता जब उसे मां के दूध की आवश्यकता होती थी। बच्ची की देखभाल के लिए उसकी नानी को भी हॉस्पिटल में रखा गया था। जिनके लिए एक विशेष कक्ष का प्रबंध किया गया बालिका को मां का दूध पीने के समय के अलावा अन्य समय में उसकी नानी संभालती थी। हॉस्पिटल में 10 दिन तक भर्ती रहने के पश्चात मां बेटी दोनों की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर शुक्रवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।