खबरगुरू (इंदौर) 29 दिसंबर। इंदौर से देवास के बीच रेलवे के दोहरीकरण कार्य के पूर्ण होने के बाद रेल विभाग ने गुरुवार को ट्रायल रन लिया। ट्रेन 120 किमी प्रतिघंटा की गति से दोड़ी उसी दौराना कोचिंग से घर लौट रही तीन छात्राएं ट्रेन के सामने आ गई। दो छात्राएं ट्रेन से टकरा गई जिससें उनकी मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक छात्रा बच गई।। घटना के बाद हड़कंप मच गया। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रतलाम मंडल के डीआरएम को जांच के आदेश दिए है।
घटना गुरुवार शाम करीब 7 बजे की है। बरलई से लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन तक दोहरीकरण योजना में बने नये ट्रेक पर ंट्रायल रन लेना था। कई दिनों से ट्रेक पर कार्य चल रहा था इसलिए ट्रेक पर रेलगाड़ियों की आवाजाही बंद थी। इसी कारण इस ट्रैक पर ग्रामीण लोग आने लगे थे। रेल पटरी के दोहरीकरण के बाद ट्रायल रन के दौरान 120 किमी प्रतिघंटा से ट्रेन को चलाकर इस नवनिर्मित ट्रेक को परखा जा रहा था। इसी दौरान तीन छात्राएं कोचिंग से घर लौटते वक्त पटरियां पार कर रही थीं। अचानक ट्रेन आते देख बच्चियां घबरा गई। बच्चियों को लगा कि ट्रेन पुराने ट्रैक से निकलेगी। क्योंकि नए ट्रैक पर तो ट्रेन की आवाजाही बंद है और वे नए ट्रैक पर रुक गई। ट्रेन की चपेट में आने से बबली मासरे (17) और राधिका भास्कर (17) के मौके पर ही मौत हो गई। एक सहेली साधना अपनी दोनो सहेलियों से आगे निकल गई थी आगे निकल गई थी इसलिए हादसे का शिकार होने से बच गई।
ट्रायल रन की जानकारी नहीं दी लोगों को
तीनों बच्चीयां कैलोद कांकड़ स्थित स्कूल में 10वीं कक्षा की छात्राएं है। ट्रेक पर कार्य के दौरान कई दिनों से ट्रेन नहीं आ रही थी। इसलिए रोज की तरह छात्राएं ट्रेक से गुजर रही थी। गुरुवार को अफसरों ने ट्रेक के ट्रायल रन के निर्देश दिए गए थे। जिम्मेदारों पर आरोप लगाते हुए मृतकों के परिजनों और स्थानिय लोगो का कहना है कि इसकी जानकारी लोगों को नहीं दी, अगर इसकी जानकारी लोगो को होती तो शायद ये हादसा नहीं होता। हादसे के बाद राज्य के कैबिनेट मंत्री और क्षेत्रीय विधायक तुलसीराम सिलावट ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को घटना की जानकारी दी। रेल मंत्री ने रतलाम मंडल डीआरएम को जांच के निर्देश दिए।