खबरगुरु (रतलाम) 2 सितंबर। इंदौर-मनमाड़ के बीच 309 किलोमीटर नई लंबी रेल लाइन के लिए 18 हजार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजना को मंजूरी मिल गई है। इससे मध्य प्रदेश के मालवा निमाड़ अंचल के आदिवासी क्षेत्रों को भी विकास की मुख्य धारा से जुड़ने का अवसर मिलेगा। इसके लिए मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर से वचुअर्ल पत्रकार वार्ता का आयोजन किया जिसमें केंद्रीय मंत्री अश्विन वैष्णव शामिल हुए। पत्रकार वार्ता में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, सांसद शंकर लालवानी मौजूद रहे। रतलाम से डीआएम रजनीश कुमार, सीनियर डीसीएम हीना वी केवलरमानी और सीनियर डीइएन पीयूष पांडे और पत्रकार शामिल हुए।
यह त्रंबकेश्वर से महाकालेश्वर तक का रास्ता है जो चार ज्योतिर्लिंग तक जुड़ेगा- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
पत्रकार वार्ता की शुरुआत करते हुए मध्य प्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा आजादी के बाद खुशी देने वाला पहला दिन है। सीएम ने कहा इस परियोजनाओं को मैं इंदौर से नहीं बल्कि उज्जैन से देखता हूं। यह त्रंबकेश्वर से महाकालेश्वर तक का रास्ता है जो चार ज्योतिर्लिंग तक जुड़ेगा।
मध्य प्रदेश भारत के मध्य में है यहां जो भी काम होता है उसका फायदा उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम सभी और मिलता है- केंद्रीय मंत्री अश्विन वैष्णव
यह रेल लाइन सिर्फ मध्य प्रदेश के लिए नहीं बल्कि पूरे देश को जोड़ने वाली है। मध्य प्रदेश भारत के मध्य में है यहां जो भी काम होता है उसका फायदा उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम सभी और मिलता है। केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने बताया कि यह परियोजना मनमाड से इंदौर तक 309 किलोमीटर तक नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 2029 की डेडलाइन तय की है।
यह परियोजना महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के 6 जिलों को करेगी कवर
नई रेलवे लाइन परियोजना से लगभग 30 लाख आबादी को सीधी सम्पर्क सुविधा मिलेगी। यह रेल लाइन मध्यप्रदेश के 4 और महाराष्ट्र के 2 जिलों से होकर गुजरेगी। प्रोजेक्ट पर कुल 18,036 करोड़ रुपए खर्च होंगे।