खबरगुरु (रतलाम) 3 अक्टूबर। सावधान!शहर में ठग गिरोह सक्रिय हैं। कभी लोगों से सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही है तो कभी राह चलते धोखाधड़ी कर रहे हैं। रेलवे में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा के रैकेट का मामला सामने आया है। रतलाम पुलिस ने दो युवकों को फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा है। बड़ी बात यह है कि इसमें अधिकारियों की सिग्नेचर और मोहर भी लगी हुई है।
स्टेशन रोड थाने पर मुखबिर से सूचना मिली कि डाट की पुलिया स्थित एक होटल सागर केटल के कमरा नं. 207 में दो बाहरी व्यक्ति फर्जी पहचान पत्र से कमरा लेकर ठहरे हुए हैं। ये लोग रेलवे में ग्रुप सी एवं ग्रुप डी में भर्ती के नाम से फर्जी नियुक्ति पत्र देकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले हैं। इनके पास फर्जी नियुक्ति पत्र, लेपटाप व अन्य सामग्री भी है। सूचना पर स्टेशन रोड थाना क्षेत्र के डाट की पुल स्थित होटल सागर केटल से दो युवकों को पकड़ा है। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम प्रकाश (30) पिता जगतप्रसाद लोधी निवासी ग्राम खेरो थाना रेपुरा जिला पन्ना हाल मुकाम इंदौर तो दूसरा विमलेंद्र कुमार (36) पिता सूर्यकांत मिश्रा निवासी खुदरी रोड शहडोल बताया। पुलिस ने जब दोनों के बैग की तलाशी तो बैग में एक लेपटॉप और एक पेन ड्राइव लगा हुआ मिला। लेपटॉप में चेक करने पर पुलिस को रेलवे के 16 नियुक्ति आदेश मिले। जिसमें रेलवे की सील भी लगी हुई थी। सभी नियुक्ति आदेश फर्जी है। पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।
रतलाम के विक्रम बाथम के लिए करते है काम
बताया जा रहा है यह युवक रेलवे में नौकरी लगने के नाम पर 10 लख रुपए तक लेते थे। फर्जी नियुक्ति आदेश बनवाकर लोगों को ठकते थे। युवकों ने पुलिस को बताया कि ये लोग रतलाम के विनोबा नगर निवासी विक्रम बाथम के लिए काम करते है। ठगी करने के मामले में एसटीएफ ने विक्रम बाथव को 2020 में भी गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है विक्रम बाथव रतलाम के रेलवे इंस्टीट्यूट में बॉस्केटबॉल का कोच है।