🔴 प्रशासन ने हमारी कोई बात नहीं सुनी
खबरगुरु (रतलाम) 18 फरवरी। मिशन कंपाउंड की करोडो की जमीन से अतिक्रमण हटाकर प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है। बिना सूचना और नोटिस दिए की सरकारी कार्रवाई को लेकर ईसाई समाज में में नाराजगी है। इसे लेकर चर्च कमेटी ने शुक्रवार शाम प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी व्यथा बताई। पत्रकार वार्ता में समाज सेक्रेटरी योहान चौहान, समाजसेवी गुडविन जोसेफ, सुजाता क्रिस्टी, मयंक क्रिस्टी सहित समाज जन मौजूद थे।
फर्स्ट चर्च सीएनआई में फादर सेमसन दास ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि जिस करोड़ों की जमीन पर प्रशासन ने कब्जा किया वह जमीन को 1886 को तत्कालीन महाराजा से खरीदा था। प्रशासन ने सुबह 6 बजे से कार्रवाई करते हुए घरो को तोड़ दिया। यहां पर जो परिवार रह रहे थे उनके प्रति संवेदना भी नहीं दिखाई। उन्हें खुले आसमान के नीचे छोड़ दिया। परिवार बेघर होकर खुले में रहने को मजबूर हो गए हैं। कुछ घंटे और रुक जाते तो कुछ नहीं बिगड़ता हमें व्यवस्था करने का समय भी मिल जाता। प्रशासन ने हमारी कोई बात नहीं सुनी। अस्पताल की बिल्डिंग और घरों को तोड़ दिया।
जो नुकसान हुआ है उसका दिया जाए मुआवजा
कमेटी की सुजाता क्रिस्टी ने कहा कि समाज के पुराने संचालकों के पास जो कागजात थे वे हमें मिल नहीं रहे हैं बस यही हमारी कमी है। जिला प्रशासन के अधिकारी सुबह-सुबह आ गए और कार्रवाई शुरू कर दी हमें संभलने का मौका नहीं दिया। समाज जनों को वहां से हटाया है तो उनको बसाने की व्यवस्था भी प्रशासन को करनी चाहिए परिवार अब कहां जाएंगे सरकार का दायित्व है कि वे कुछ करें। जो नुकसान हुआ है उसका मुआवजा दिया जाए। अगर हमारी बात नहीं सुनी जाती है तो हमेंशा की तरह शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन भी करेंगे।