खबरगुरु (भोपाल) 13 जुलाई। मध्यप्रदेश में विवादों में आई पटवारी परीक्षा गड़बड़ी मामलें में आखिरकार सीएम शिवराज ने संज्ञान लेते हुए हाल ही में हुई सभी नियुक्तियों पर रोक लगा दी है। भाजपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह के कॉलेज के सेंटर के परिणाम को दोबारा परीक्षण किया जाएगा। कांग्रेस ने नई पटवारी परीक्षा में हुई नई नियुक्तियों को लेकर भाजपा पर कई आरोप लगाए हैं। सीएम चौहान ने विवादित परीक्षा सेंटर के परिणाम की जांच के आदेश दिए है। CM ने ट्वीट कर जानकारी दी ।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह 2 उप समूह 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेन्टर के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूँ। सेन्टर के परिणाम का पुनः परीक्षण किया जाएगा।
रतलाम में भी हुआ विरोध
आदिवासी छात्र संगठन रतलाम एवं बेरोजगार युवा छात्र संगठन गुरुवार को बड़ी संख्या में छात्रों के साथ जिले के रतलाम ने नेहरू स्टेडियम (पोलोग्राउंड) से एकत्रित हुए। आक्रोश रैली के साथ जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां पर मौजूद पटवारी अभ्यर्थियों ने धरना-प्रदर्शन किया। कलेक्टर को ज्ञापन देकर पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली की जांच सीबीआई से कराने की हुई।
कांग्रेस का हमला
सरकार के फैसले पर कांग्रेस ने कहा है कि पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाएं। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि अब खुद सीएम शिवराज सिंह ने स्वीकार किया है कि पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाला हुआ है, इसीलिए नियुक्ति तत्काल रोक दी है। उन्होंने कहा कि जब तक वास्तविक चेहरे बेनकाब नहीं होंगे हम चुप नहीं रहेंगें ।
पटवारी भर्ती परीक्षा के रिजल्ट में टॉप-10 की लिस्ट में से 7 उम्मीदवारों ने ग्वालियर के जिस केंद्र में परीक्षा दी, वह भिंड के भाजपा विधायक संजीव कुशवाहा का है। इस सेंटर से 114 लोगों का चयन हुआ है। ग्वालियर के इस परीक्षा केंद्र के आवेदकों ने 180 नंबर तक हासिल कर लिये हैं। विधायक के सेंटर से 7 टॉपर होने पर उम्मीदवारों ने परीक्षा रद्द करने की मांग की है।