खबरगुरु (रतलाम) 28 मार्च। रतलाम में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शनिवार रात 10 बजे से लॉकडाउन शुरू हो गया। रविवार को सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। इस साल का रतलाम में यह पहला लॉकडाउन है। सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा नजर आया। कालोनियों के लोग सुबह से घरों में कैद रहे और सड़कों पर आम दिनों की तुलना में आवाजाही बहुत कम नजर आ रही है।
आमजन को दूध के लिए होना पड़ा परेशान, शराब की दुकानें खुली रही
लॉकडाउन के चलते रतलाम में दूध के बूथ, पेट्रोल पंप, किराने की दुकानें एवं सब्जी बाजार भी बंद रहे। वहीं, दवाइयों की दुकानें एवं अस्पताल खुले रहे। दूध के लिए लोगो को परेशान होते देखा गया। शनिवार शाम से ही दूध की दुकानों पर भीड़ जुट गई थी। घंटो लाइन में लग लोगो ने दूध खरीदा। कुछ को तो दूध मिल ही नहीं पाया। लेकिन शराब की दुकानें खुली रही। लाकडाउन में दूध वितरण प्रतिबंधित करने के प्रशासन के निर्णय पर सवाल खड़े हो रहे है। नेताओ द्वारा भी इसके लिए कोई चिंता नहीं की गई। सोशल मीडिया पर भी चर्चा रहीं कि पहले भी लॉकडाउन हुआ पर दूध की सप्लाई हमेशा होती रही। इस बार एक दिन के लाकडाउन में ही परेशानी का सामना करना पड़ा।
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लोग घरों में कैद रहे
सड़कों पर जरुरी काम से इक्का-दुक्का लोग ही निकलते नजर आए। हालांकि रोकने टोकने वाले नहीं दिखे। मौजूद पुलिसकर्मियों को आराम से बैठे हुए देखा गया। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लोग घरों में कैद रहे। लॉकडाउन सोमवार सुबह 6 बजे तक प्रभावित होगा। बता दें कि जिले में बीते 15 दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। शहर के चांदनी चौक क्षेत्र से लेकर माणकचौक, कालेज रोड, नगर निगम, पैलेस रोड, न्यू रोड, दो बत्ती, स्टेशन रोड, लोकेंद्र टॉकीज, शहर सराय, धानमंडी, राम मन्दिर आदि सभी क्षेत्रों में सड़कें खाली खाली नजर आई।
भटकते रहे यात्री
लॉकडाउन के दौरान रविवार को रेलवे स्टेशन आने जाने के लिए लोगों को खासी परेशानी हुई। ट्रेन से पहुंचे लोग ऑटो, मैजिक की तलाश करते रहे। मगर उन्हें कुछ नहीं मिला। इस पर कई यात्रियों ने पैदल ही अपने घर का सफर तय किया।