🔴 आश्रम के सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए
खबरगुरु (रतलाम) 23 मार्च। अखंड ज्ञान आश्रम का मामला सुलझने की बजाय उलझता ही जा रहा है। बुधवार को पूर्व एमआईसी सदस्य सूरज जाट सहित अन्य पर दर्ज एफआईआर को वापस लेने के लिए एसपी अभिषेक तिवारी को ज्ञापन दिया था वही गुरुवार को दूसरे पक्ष ने कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर ज्ञापन दिया। अखंड ज्ञान आश्रम के देवस्वरूपानंदजी, इंदौर के स्वामी चेतन स्वामीजी, बदनावर से विशुद्धानंदजी, सुजानानंदजी और अडवानिया से आनंद महाजराज के साथ भक्तगण मौजूद रहे। ज्ञापन देने के दौरान संतों के साथ समर्थकों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थी।
सैलाना बस स्टैंड स्थित अखंड ज्ञान आश्रम के महाराज देवस्वरूपानंद ने अन्य साधु संतों और समर्थकों के साथ गुरुवार को एसपी ऑफिस पहुंचकर एसपी अभिषेक तिवारी को अपनी शिकायत बताई। महाराज देवस्वरूपानंद का कहना था की महामंडलेश्वर 1008 स्वामी स्वरूपानंद के देवलोकगमन के बाद संचालन व्यवस्था उन्हें सौंपी गई है। उन्होंने स्वामी ब्रह्मप्रकाश जो कि आश्रम के ऊपर ही रहते हैं पर कई आरोप लगाए हैं। देवस्वरूपानंद महाराज के अनुसार स्वामी ब्रह्मप्रकाश ने ही असामाजिक तत्व को बुलाकर आश्रम में तोड़फोड़ करवाई है। 18 मार्च को सूरज जाट एवं अन्य ने आश्रम के मंच पर तोड़फोड़ की एवं उन्हें जान से मारने की धमकी दी। आश्रम के सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए।
यह भूमाफिया है और यह रतलाम में कुछ भी कर सकते हैं
देवस्वरूपानंद जी ने कहा कि पंकज नाम का व्यक्ति ब्रह्मप्रकाश के साथ रहता है और उसके पास बंदूक भी है। एसपी को शिकायत करते हुए कहा कि पंकज आप की पकड़ में नहीं आया जिसे आप को समय पर पकड़ना चाहिए। यह भूमाफिया है और यह रतलाम में कुछ भी कर सकते हैं। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है उसके बाद से उन्हें बदनाम करने के लिए कई षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। महाराज देवस्वरूपानंद का कहना है कि उन पर लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं इसकी निष्पक्ष जांच होना चाहिए। यह संतों पर बड़ा हमला है।
नहीं तो कई संतों का होगा जमावड़ा
स्वामी देव स्वरूपानंद महाराज के साथ और भी संत आए थे। उन्होंने एसपी अभिषेक तिवारी को निष्पक्ष जांच और असामाजिक तत्व पर कार्यवाही के लिए ज्ञापन भी दिया है। उन्होंने कहा की यह सिर्फ संतों पर ही नहीं बल्कि पूरे सनातन धर्म पर हमला है। अगर इस प्रकार की घटना पर कोई एक्शन नहीं लिया गया तो आने वाले समय में हजारों संत रतलाम में जमावड़ा कर विरोध करेंगे।