खबरगुरु (रतलाम) 21 फरवरी। 17 फरवरी को अक्षरा मूणत (13 वर्ष) की गुरूतेग बहादुर स्कूल के खेल मैदान में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। सुबह वह स्कूल स्वस्थ प्रसन्न होकर गई थी और कुछ घंटों में मिली ऐसी सूचना ने परिजनों को झकझोर दिया। आखिर स्कूल में अक्षरा की मौत कैसे और किन हालात में हुई। अक्षरा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी कुछ खुलासा नहीं हो पाया है। हालांकि अन्य जांच के लिए अंगों व ब्लड को बाहर भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। ऐसे में परिजनों ने निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर सोमवार को परिजनों ने पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी को ज्ञापन सौंपा।
हमारी बेटी को तो खो दिया है परंतु अब निष्पक्ष जांच होनी चाहिए
ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि 8 दिन में अवगत कराएं ताकि हम आगे की कार्रवाई कर सकें। यदि स्कूल प्रबंधन दोषी है तो उस पर मुकदमा दर्ज किया जाए। परिजनों का कहना है कि हमने हमारी बेटी को तो खो दिया है परंतु अब निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और सच्चाई सामने आना चाहिए। यदि इस मामले में स्कूल प्रशासन की गलती है तो वह सबक ले और अन्य बच्चों के साथ ऐसी घटना ना घटे। इसके लिए सतर्क रहें।
अक्षरा के नेत्रदान करवा कर एक मिसाल कायम की
आंखें अनमोल होती हैं, इसका मोल वही जान सकता है जो आंखों से नहीं देख सकते। नेत्रदान कर किसी की दुनिया को रोशन किया जा सकता है। ऐसा ही अक्षरा के निधन पर उसके परिजनों ने कर दिखाया। बिटिया खोने की विकट परिस्थिति के बावजूद नेत्रदान (Eye donate) का निर्णय लेकर मिसाल पेश करते हुए किसी और की जिंदगी में उजाला लाने का काम किया है।
यह थे मौजूद
ज्ञापन देने के दौरान अक्षरा के दादाजी अमृतलाल मूणत, पिता निखिल मूणत, विनोद मूणत, सुभाष मूणत, कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, पारस भरगत सहित दर्जनों समाजजन मौजूद थे। ज्ञापन का वाचन सुभाष मूणत ने किया।
ज्ञापन लेने के पश्चात पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने समाजजनों को निष्पक्ष जांच कराकर पीड़ित पक्ष को न्याय दिए जाने का आश्वासन दिया।