खबरगुरु (रतलाम) 11 मई। कोरोना महामारी नियन्त्रण में प्रशासन की भूमिका बहुत अहम् है।ग्रामीण क्षेत्रो में कोविड केयर सेंटर बनाए जाना चाहिए एवं सेवानिवृत्त व पेरामेडिकल स्टाफ की सेवाए ली जाना चाहिए। मरीजो को प्राथमिक उपचार समय पर तुरंत मिल सके, इसके प्रयास करना आवश्यक है। उक्त बात विधायक डॉ. राजेन्द्र पाण्डेय ने नवागत जिलाधीश कुमार पुरुषोत्तम के साथ बैठक में कही। श्री पुरुषोत्तम मंगलवार को जावरा पहुचे, जहाँ विश्रामगृह पर विधायक डॉ. पाण्डेय से अनौपचारिक भेंट की। इस दौरान पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी व अनुविभागीय अधिकारी राहुल धोटे भी थे। बैठक में डॉ. पाण्डेय ने कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए जावरा सिविल हास्पिटल में जनसहयोग से आक्सीजन प्लांट स्थापना की जानकारी देते हुए बताया कि नगर के दानदाताओं व समाजसेवियों ने इस मानवीय कार्य में सहयोग दिया है, जिसके फलस्वरूप शीघ्र ही आगामी दिनों में आक्सीजन प्लांट प्रारम्भ हो सकेगा। इसी के साथ आक्सीजन कन्संट्रेटर के माध्यम से सिविल हॉस्पिटल में 70 से 80 मरीजो का उपचार किया जा रहा है। इसके अलावा शासकीय कोविड़ सेंटर सरस्वती शिशु मंदिर में भी मरीजो का उपचार किया जा रहा है। विधायक निधि से सिविल हास्पिटल जावरा में अधोसरंचना व आवश्यक उपकरणों को लाया गया है। डिजिटल एक्सरे मशीन भी स्थापित की गई है।
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संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रो में अधिक ध्यान देने की आवश्यकता
डॉ. पाण्डेय ने जिलाधीश से कहा कि संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रो में अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। सुझाव दिया कि सेवानिवृत, डिप्लोमाधारी या पेरामेडिकल स्टाफ की भी सेवाए ली जाना चाहिए ताकि ग्रामीण स्तर पर कोविड केयर सेंटर शुरू हो सके और प्राथमिक उपचार समय पर मिल सके। उन्होंने रतलाम मेडिकल कालेज में उपचार एव गंभीर मरीजो को तुरंत भर्ती किये आने के सम्बन्ध में भी चर्चा की। इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी श्री धोटे ने कोरोना कंट्रोल रूम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि होम आईसोलेट मरीजो पर नजर रखी जाती है, इसके अलावा अधिक पाजिटिव मरीजो के घर के आसपास माईक्रो कन्टेनमेंट एरिया भी बनाया जा रहा है।
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