संसद में चल रहा गतिरोध अब थम गया है. जिसके बाद अब गुरुवार को सरकार लोकसभा में तीन तलाक पर बिल पेश किया. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पेश किया. बिल पिश होने के बाद इस पर बहस शुरू हुई.
RJD ने तीन तलाक बिल में सजा के प्रावधान का विरोध किया. असदुद्दीन ओवैसी ने इस बिल का विरोध किया. उन्होंने कहा कि ये बिल संविधान के मुताबिक नहीं है. ओवैसी ने कहा कि तलाक ए बिद्दत गैरकानूनी है, घरेलू हिंसा को लेकर भी कानून पहले से मौजूद है फिर इसी तरह के एक और कानून की जरूरत क्या है?
भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी किया था. कांग्रेस पार्टी ने कुछ सवालों के साथ इस बिल का समर्थन करने की बात कही है.