खबरगुरू (रतलाम) 31 अक्टूबर। विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी जीवन सिंह शेरपुर ने मंगलवार को जावरा में सरदार पटेल जयंती पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया। उसके बाद विधानसभा क्षेत्र के गोठड़ा, मुंडला, कामलिया,चौकी, सेद पुर, लालुखेड़ी,आलम पुर ठिकरिया, बिनोली,मांगरोला, खेड़ा, बोरवना, तंबोलिया,उणी,बण्डवा में जनसंपर्क कर मतदाताऔ का आशीर्वाद लिया । जनसंपर्क के समय समर्थकों ने प्रत्याशी को जगह जगह स्वागत किया व फलो से तोला । जनसंपर्क के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी जीवन सिंह शेरपुर ने कई जगह चौपाल को संबोधित किया। इस दौरान भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा।
जनसंपर्क के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि भाजपा वाले बोल रहे हैं हम महिलाओं को हजार रुपए देंगे तो कांग्रेस वाले बोल रहे हैं हम महिलाओं को पंद्रह सौ देंगे लेकिन हमारे बच्चों के भविष्य के बारे में कोई बात नहीं कर रहा। हम आपके बच्चे को रोजगार देंगे, अच्छी शिक्षा देंगे, अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था देंगे। क्या बहनों को ये नहीं सोचना चाहिए कि एक हजार पंद्रह सौ में हमारे वोटो का सौदा कर रहे हैं। 18 सालों से सरकार रही क्या तब बहनों की याद नहीं आई। जब लगा कि सरकार जाने वाली तब बहनों की याद आई। कांग्रेस ने बाहरी उम्मीदवार को टिकट दिया। क्या पूरे विधानसभा में एक भी लायक उम्मीदवार नहीं था। कांग्रेस को बाहर से उम्मीदवार चुनना पड़ा कांग्रेस पूरी तरह समाप्त हो गई है।
आप के गांवों की जितनी समस्या है वो आज से मेरी है
जनसंपर्क के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी जीवन सिंह शेरपुर ने कई जगह चौपाल को संबोधित करते हुए कहा कि चाहें विधायक बने या ना बने आप के गांवों की जितनी समस्या है वो आज से मेरी है। आप के गांव की समस्यायों को प्राथमिक से दूर करूंगा। अपना परिवार समझ कर इन गांवों का विकास करुंगा। गरीब का काम पहले होगा हम चुनाव लड़ने आए वोट मांगने आए यही मक़सद नहीं। हमारा जो विधायक सब की लड़ाई नहीं लड़ पाए वो लड़ाई हम लड़ने आए हैं। यदि हमारी फसलें खराब होती तो हमारे यहा का विधायक सदन में जाकर आवाज़ नहीं उठाता की हमारे यहां किसानों के साथ अन्याय हो रहा। उनको मुवावजा भी पुरा नही मिल रहा। हज़ार और पंद्रह सौ देकर उनको संतुष्ट किया जा रहा है। ना विधायक आपका खेत देखने आता ना घर देखने आता, ना आपकी की मजबूरी समझते। हम आपकी मजबूरी समझते हैं, हमने वो घर देखा हुआ है क्योकि हम भी किसान के बेटे हैं।
आपके और हमारे बेटे सेना में जाते हे क्याकि उन से ज्यादा राष्ट भक्ति हम में है
भाजपा राष्ट्र हित की बात करती है इनके दादाजी सांसद थे तो क्या इन के बेटे ने आर्मी ज्वाइन की? क्या इनके पोते ने की क्या? मेने आर्मी में ज्वाइन होने के लिए प्रयास किया पर किसी कारण मेरा सिलेक्शन नही हुआ। नहीं तो में भी आर्मी में होता। मेने पुलिस में भी में प्रयास किया है लेकिन विफल रहा। मेरे अंकल भी आर्मी में आर्मी में थे और 16 साल की सर्विस दी। अगर वो राष्ट्र की बात करे तो उन से पूछना की परिवार से सेना में कोई गया क्या? क्यों की मरने के लिए किसान का बेटा है और राज करने के लिए राजनेताओं का बेटा है। क्या उनके बेटो को राष्ट्र भक्ति नहीं आती क्या उनको राष्ट्र भक्ति नहीं करना चाहिए क्या ज़रूरी है की एक राजनेता बन कर ही राष्ट्र भक्ति की जा सकती है। क्यों एक नेता का बेटा आर्मी में नहीं हो सकता है। आपके और हमारे बेटे सेना में जाते हे क्योकि उन से ज्यादा राष्ट भक्ति हम में है। जनसंपर्क के दौरान गांव के वरिष्ठ लोगो सहित सैकड़ों की संख्या में समर्थक और जनता मौजूद रही।