🔴 रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
खबरगुरु (रतलाम) 19 मार्च। मानवता सबसे बड़ी सेवा है। इससे बड़ा कोई धर्म नहीं है। प्रत्येक मानव को रक्तदान का पुनीत कार्य करना चाहिए। मैं स्वयं भी आज छठवीं बार रक्तदान करने जा रहा हूं। पीड़ित मानवता की सेवा के लिए रक्तदान सबसे अच्छा पुण्य कार्य है। यह बात राष्ट्रीय संत पूज्य डॉक्टर मिथिलेश नागर ने चुल तेरस महोत्सव समिति द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में कही। कार्यक्रम की शुरूआत राष्ट्रीय संत डॉक्टर मिथिलेश नागर जी द्वारा बालाजी के चित्र पर माल्यार्पण, पूजन, अर्चन एवं दीप प्रज्वलन कर हुई।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष मोहनलाल पाटीदार (मुरली वाला), पूर्व ब्लड बैंक प्रभारी गोविंद काकानी, डॉक्टर राजीव दशोत्तर, पूर्व मंडी अध्यक्ष धीरज सिंह सरसी ,सरपंच प्रतिनिधि जगदीश गरगामा, जनपद सदस्य कैलाश मालवीय एवं कार्यक्रम प्रभारी कन्हैया लाल सोमत्रा मौजूद रहें।
रक्तदान पीड़ित मानवता के लिए अनुकरणीय है- गोविंद काकानी
इस अवसर पर पूर्व ब्लड बैंक प्रभारी गोविंद काकानी ने भी संबोधित किया। श्री काकानी ने कहा सर्वप्रथम गुरु एवं उनके 108 अनन्य भक्तों ने मिलकर कुल 109 यूनिट रक्तदान किया जो भगवान के स्मरण की एक माला जपने से कई ज्यादा पुण्य देगी। यह दान पीड़ित मानवता के लिए अनुकरणीय है। आपके यह दान से विशेषकर थैलेसीमिया, सिकल सेल के नन्हे बच्चों को जीवनदान मिलता है। इसी प्रकार नेत्रदान, अंगदान एवं देहदान के बारे में भी विस्तृत जानकारी ग्राम वासियों को दी।
मानव सेवा समिति अध्यक्ष मोहनलाल मुरली वाला ने सरसी में लगातार छठवीं बार लगाए गए रक्तदान शिविर में युवाओं का जोश देखकर उन्हें मानव सेवा समिति की ओर से धन्यवाद देते हुए इस प्रकार के शिविर सरसी में चल रही नौ दिवसीय राम कथा के साथ लगाया जाने का सराहनीय कार्य बताया। कार्यक्रम को सरपंच प्रतिनिधि, पूर्व मंडी अध्यक्ष, जनपदसदस्य आदि ने भी संबोधित किया।
इन्होने किया रक्तदान
रक्तदान में डॉ पंकज धाकड़ के साथ परिवार के सुदर्शन, विनोद, संगीता बाई, पवन, रवि, पूजा, राहुल एवं लीलाबाई समेत 9 परिवारजनों एवं एक और आयोजक परिवार के कन्हैया लाल सोमत्रा, राजेश, कुणाल, कन्हैयालाल आटोलिया ,गायत्री, सरिता, दिव्यांग ललिता अटोलिया उनकी सुपुत्री सुभद्रा बहन 8 सदस्यो ने एक साथ रक्तदान किया। 3 घंटे में रक्तदान की 6 टेबल पर बिना रुके ऊर्जा से भरे नवयुवक, मातृशक्ति का यह रक्तदान का दृश्य देखते ही बनता था।
प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
सभी रक्तदाताओं को मानव सेवा समिति की ओर से मोहन मुरली वाला, गोविंद काकानी,डॉक्टर राजीव दशोत्तर, कांतिलाल वशिष्ठ, महावीर जैन एवं रविंद्र बक्शी द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।