🔴 कार्यकर्ताओं को मोबाइल चलाना सिखने के लिए विशेष प्रशिक्षण
खबरगुरु (रतलाम) 22 जनवरी। महिला बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं अब स्मार्टफोन की मदद से स्मार्ट वर्किंग कर रही है। शासन ने प्रत्येक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को एंड्राइड फोन उपलब्ध कराए हैं। फोन में इंस्टॉल किए गए ऐप की मदद से कार्यकर्ता द्वारा कुपोषित बच्चे की लंबाई, ऊंचाई, वजन को दर्ज किया जा रहा है। आंगनवाडी खुलने से लेकर गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं, किशोरी बालिकाओं की जानकारी भी ऐप में दर्ज की जाकर उनके स्वास्थ्य की मानिटरिंग की जा रही है।
महिला बाल विकास विभाग द्वारा अपनी कार्यकर्ता को उपलब्ध कराए गए मोबाइल में विभागीय संपर्क एप तथा पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड करवाए गए हैं। विभागीय संपर्क एप में गर्भवती, धात्री माताओं तथा किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य की मानिटरिंग होती है। गृह भेंट तथा कुपोषित बच्चों की जानकारी दर्ज की जाकर मानिटरिंग की जाती है। इसी प्रकार पोषण ट्रैकर एप में आंगनवाड़ी खुलने, बंद होने का समय, बच्चों की प्रतिदिन की उपस्थिति, उनका भोजन, नाश्ता इत्यादि की जानकारी दर्ज की जाकर मानिटरिंग की जाती है।
मोबाइल से विभागीय कार्य बहुत आसानी से हुए
जिले के आदिवासी बाहुल्य विकासखंड बाजना के राजापुर माताजी की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पार्वती भूरिया कहती है कि मोबाइल से हमारे विभागीय कार्य में बहुत आसानी हो गई है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मुन्नीदेवी ने बताया कि एंड्रॉयड फोन से कुपोषित बच्चों की निगरानी की सुविधा मिल गई है। यही बात ग्राम मोरगुल में पदस्थ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता माया बारिया ने भी कही। कार्यकर्ताएं स्मार्ट वर्किंग से खुश हैं।
बाजना में 416 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को एंड्रॉयड फोन उपलब्ध कराए
सहायक संचालक अंकिता पंड्या ने बताया कि पोषण अभियान के तहत विकासखंड बाजना में 416 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को एंड्रॉयड फोन उपलब्ध कराए गए हैं। विभाग का कार्य ऑनलाइन किया जा रहा है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को उपलब्ध कराए गए मोबाईल फोन उपयोगी साबित हो रहे हैं। बच्चों की आंगनवाड़ी केंद्र पर उपस्थिति, पोषण आहार, वितरण की संपूर्ण रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। जिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल चलाना नहीं आता है उनके लिए विशेष प्रशिक्षण भी आयोजित किए जाते हैं। विभाग का उद्देश्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को डिजिटल फ्रेंडली बनाकर विभागीय कार्यों का सुचारू संचालन करना है।