खबरगुरु (रतलाम) 16 अक्टूबर। रतलाम के बड़ावदा में मंगलवार दोपहर एक युवक का शव मिला था। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने मौके पर पहुंच कर मुआयना किया था। एक दिन बाद ही पुलिस ने कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। युवक के हत्यारे उसी के चाचा और चचेरा भाई निकले।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने पत्रकारवार्ता में बताया कि 15 अक्टूबर को जिले के बड़ावदा थाना क्षेत्र में सुनील पिता मदनलाल चौहान उम्र 36 वर्ष की अपने ही घर में बिस्तर के ऊपर लाश मिली थी। मृतक के गले पर काला निशान दिखाई दे रहा था। कमरे का दरवाजा भी अंदर से खुला हुआ था, जिससे अन्य व्यक्ति की आवाजाही की संभावना दिख रही थी। मृतक सुनील चौहान की शार्ट पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा गला घुटने से मृत्यु होना बताया था।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसपी के निर्देशन में टीम का गठन किया। पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। मृतक के घर के आस पड़ोस में पूछताछ करने पर पता चला कि सुनील शराब पीने का आदी था। आए दिन गाली-गलौज एवं झगड़ा करता रहता था। बिजली का खंबा घर के बाहर लगाने की बात को लेकर सुनील का अपने पड़ोस में झगड़ा हुआ था। शक होने पर पुलिस ने मृतक के पड़ोस में रहने वाले उसके काका रमेश एवं उसके पुत्र रवि से कड़ी पूछताछ की, जिसमें उन्होंने अपराध करना स्वीकार कर किया। रमेश एवं उसके पुत्र रवि ने 13 अक्टूबर को रात 1 बजे प्लास्टिक पाइप से सुनील का गला घोटकर हत्या की थी। पुलिस ने रमेश पिता देवी सिंह चौहान जाति भील उम्र 46 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 5 बड़ावदा एवं रवि पिता रमेश चौहान जाति भील उम्र 25 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 5 बड़ावदा को गिरफ्तार कर लिया है।
यह था मामला
सुनील ढ़ाबे पर काम करता था। वह दो दिनों से काम पर नहीं गया। ढाबा संचालक ने सुनील की मां को फोन पर दो दिन से ढ़ाबे पर नहीं आने की बात बताई। मंगलवार दोपहर ढाबे के कर्मचारी सुनील के घर उसे देखने गए तो घर के अंदर शव बिस्तर पर पड़ा मिला था और दरवाजा भी अंदर से खुला हुआ था। घटना के समय मृतक का भाई और उसकी मां घर पर नहीं थे, वह इंदौर गए हुए थे। सूचना मिलने पर मृतक का भाई परिवार सहित बड़ावदा पहुंचा था। घटना के बाद एसडीओपी शक्तिसिंह चौहान, बड़ावदा थाना प्रभारी सूरसिंह डामोर पुलिस बल के साथ पहुंचे थे। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने मौके पर पहुंच कर मुआयना किया था।