खबरगुरु (रतलाम) 2 अप्रैल। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने चयनित निजी अस्पतालों को संक्रमितों के उपचार की अनुमति दी है। जिले में कोरोना इलाज के लिए दो अस्पतालों में शासकीय मेडिकल कॉलेज और एक अन्य निजी अस्पताल को कोरोना मरीज के उपचार की अनुमति है। इसके अलावा अन्य कोई भी निजी अस्पताल कोरोना मरीज का उपचार करने के लिए अधिकृत नहीं है लेकिन रतलाम में एक निजी अस्पताल में पॉजिटिव मरीज का इलाज करने का मामला सामने आया है। शिकायत पर प्रशासन ने कार्रवाई की है। इस हॉस्पिटल में पॉजिटिव मरीज को अन्य मरीजों के साथ उसका उपचार किया जा रहा था। कोरोना पॉजिटिव मरीज का इस तरह आम मरीजो के बीच उपचार करना बड़ा घातक हो सकता है। इस तरह की लापरवाही बड़ा हादसे का कारण बन सकता है।
शहर के जीवांश हॉस्पिटल में सामान्य बीमारियों के मरीजों के साथ कोरोना पॉजिटिव का इलाज किए जाने का मामला शुक्रवार की शाम सामने आया। शिकायत मिलने पर प्रशासन जांच करने पहुंचा। जांच के लिए डिप्टी कलेक्टर शिरौली जैन टीम के साथ मौके पर पहुंची तो शिकायत सही निकली। सूचना पर टीम के साथ मौके पर पहुंची और जांच की तो पाया कि बीते 3-4 दिनों से पॉजिटिव मरीज का उपचार चल रहा है।
एक निजी अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मरीज का उपचार किए जाने की शिकायत मिली थी जो कोरोना मरीज के इलाज के लिए अधिकृत नहीं किया है , जिस पर जांच के लिए पहुंचे थे। सामान्य मरीजों के बीच कोरोना पॉजिटिव का उपचार चल रहा था। लगभग 20 मरीज भर्ती मिले है। जांच में पाया गया है पॉजिटिव मरीज 3-4 दिनों से भर्ती था। आगे की कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन सीएमएचओ को भेजा है। आगे कार्रवाई सीएमएचओ के द्वारा कि जाएगी। अस्पताल के दस्तावेज जब्त कर संक्रमित मरीज को मेडिकल कॉलेज और शासन द्वारा निर्धारित निजी कोविड अस्पताल मेंं शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं।
शिराली जैन, जांच अधिकारी