खबरगुरू (रतलाम) 31 मई। रतलाम में जीआरपी को बड़ी सफलता हाथ लगी है। ट्रेनों में यात्रियों का कीमती सामान चोरी करने वाले शातिर चोर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके कब्जे से चोरी किए मोबाइल फोन, विभिन्न कंपनियों की सिम कार्ड, विभिन्न व्यक्तियों के नाम के एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, ई-श्रम कार्ड, बैंक पासबुक तथा एक मेमोरी कार्ड बरामद किया है।
2 मई को ट्रेन में चुराया था मोबाईल
2 मई को फरियादी गालिया चरपोटा (उम्र 18 वर्ष, निवासी रतलाम) ट्रेन संख्या 19316 वीर भूमि एक्सप्रेस के जनरल कोच में यात्रा कर रहा था। यात्रा के दौरान उन्होने चार्जिंग प्वाइंट पर अपना ओप्पो A17 मोबाइल फोन चार्जिंग के लिए लगाया था। जो रतलाम स्टेशन पहुंचने से पहले चोरी हो गया। पीड़ित की शिकायत पर थाना जीआरपी रतलाम द्वारा अपराध क्रमांक 106/25, धारा 305(सी) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई।
तकनीकी विश्लेषण, CCTV फुटेज और मुखबिर तंत्र के समन्वय से आरोपी को किया गिरफ्तार
मामले की गंभीरता को देखते हुए रवि कुमार गुप्ता, अति. पुलिस महानिदेशक रेलवे, म.प्र. भोपाल, एवं मोनिका शुक्ला, पुलिस उप महानिरीक्षक रेलवे, म.प्र. भोपाल के निर्देशानुसार श्री संतोष कोरी, पुलिस अधीक्षक रेलवे इंदौर द्वारा मनीषा पाठक सोनी, अति. पुलिस अधीक्षक रेल इंदौर के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी निरीक्षक मोतीराम चौधरी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई टीम। टीम में प्र.आर.11 नाहर सिंह, प्र.आर.69 मोहनलाल, आर.489 पुष्पेन्द्र सिंह एंव तकनीकी सहायता के लिए साइबर सेल इंदौर से प्रआर. इन्दरसिंह व आर. धीरज राय को भी शामिल किया गया। तकनीकी विश्लेषण, CCTV फुटेज और मुखबिर तंत्र के समन्वय से आरोपी कपिल सेन (निवासी आगर मालवा) को गिरफ्तार किया गया व चोरी गया मोबाइल जप्त किया गया।

आरोपी के पास से अन्य संदिग्ध वस्तुएं भी बरामद
आरोपी के बैग की तलाशी में तीन अन्य मोबाइल फोन, विभिन्न कंपनियों की 10 सिम कार्ड, विभिन्न व्यक्तियों के नाम के 4 एटीएम कार्ड, 2 आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, ई-श्रम कार्ड, बैंक पासबुक तथा एक मेमोरी कार्ड बरामद किया गया है।
पत्रकार बन कर रहा था चोरी
आरोपी कपिल सेन स्वयं को एक समाचार पत्र एवं यूट्यूब चैनल का पत्रकार बताता है, मीडिया के नाम पर पहचान बनाकर ट्रेन में चोरी की घटना को अंजाम देना पेशे की आड़ में भी छिपने का प्रयास किया गया । रेलवे पुलिस की इस कार्रवाई से एक ओर जहाँ यात्री सुरक्षा को लेकर विश्वास मजबूत हुआ है, वहीं अपराधियों को यह स्पष्ट संदेश भी गया है कि रेलवे में आपराधिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।