खबरगुरु (रतलाम) 21 अक्टूबर। सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS की पढ़ाई के लिए प्रवेश मिलना किसी सपने से कम नहीं है। कहते है न जहाँ चाह होती है वहाँ राह निकल आती है। सतत मेहनत, समर्पण और सही मार्गदर्शन से कोई भी काम मुश्किल नहीं होता है। यहीं रतलाम की बेटी ने कर दिखाया है। मध्यम वर्ग परिवार में MBBS के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज की सीट मिलना किसी सपने से कम नहीं है। रतलाम के अलकापुरी निवासी होमगार्ड नायक पवन कुमार परिहार की बेटी दिव्यांशी का सपना पूरा हुआ है। दिव्यांशी ने NEET Exam की तैयारी अभ्यास कैरियर इंस्टिट्यूट से की थी।

आज हम बात कर रहे हैं रतलाम की बेटी दिव्यांशी परिहार की। दिव्यांशी की स्कूली शिक्षा रतलाम के निजी स्कूल में हुई। दिव्यांशी के पिता पवन कुमार परिहार होमगार्ड में कार्यरत है। दिव्यांशी का परिवार संयुक्त परिवार है। परिवार के हर सदस्य का सपना था कि दिव्यांशी डॉक्टर बने, परंतु आज के समय में MBBS की पढ़ाई के लिए निजी कॉलेज की फिस मध्यमवर्ग एवं निम्नवर्ग के लिए बहुत ज्यादा होती है और शासकीय कॉलेज मिलना किसी सपने से कम नहीं है। दिव्यांशी ने मानो ठान लिया था कि वह अपने इस सपने को पूरा करेगी और अपने इस सपने को साकार करने के लिए दिव्यांशी ने रतलाम के अभ्यास कैरियर इंस्टिट्यूट में प्रवेश लिया। अभ्यास करियर इंस्टीट्यूट की समस्त फैकेल्टी सपने को पूरा करने के लिए जुट गई। उसी का परिणाम है दिव्यांशी ने 720 में से 637 अंक प्राप्त करते हुए रतलाम मेडिकल कॉलेज में अपनी सीट हासिल की।
दिव्यांशी ने बताया एमबीबीएस में प्रवेश के लिए बहुत सपने देखे थे और उसके लिए बहुत मेहनत भी की है। नीट एग्जाम की तैयारी के लिए सही मार्गदर्शन की बहुत आवश्यकता थी। इसके लिए दिव्यांशी ने अभ्यास कैरियर इंस्टिट्यूट को चुना। यहां पर माइनर टेस्ट, pree NEET Exam एवं पढ़ने के सही तरीके से सपनों को हासिल करना आसान हो गया।