खबरगुरु (रतलाम) 14 मई। व्यक्ति के जन्म से मृत्यु तक सोलह संस्कार बताए गए हैं। इनमें सोलहवां तथा आखिरी संस्कार है अंतिम संस्कार। मानवता की लाज बचाने में दिन-रात जुटी रतलाम की एक संस्था काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन, संस्थाओं के लिए मिसाल बन गई है। वे लावारिस लाश जिनको मोक्ष दिलाने वाला कोई नहीं, जिनका शव अंत्येष्टि का इंतजार करता है। इसके लिए ये वरदान साबित हो रहे हैं। इस संस्था के लिए मानो मानवता से बड़ी सेवा कोई दूजा नहीं। अज्ञात लाशों को वे पूरे विधि -विधान से दाह-संस्कार कर उनकी अंत्येष्टि करते हैं। काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ने एक अज्ञात शव का अंतिम संस्कार गुरूवार को विधि-विधान से करवाया है।
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अंतिम संस्कार करवाया और श्रद्धांजलि अर्पित की
काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव समाजसेवी गोविंद काकानी ने जानकारी देते हुए बताया की लावारिस अज्ञात पुरुष उम्र लगभग 40 वर्ष विगत पांच दिन से जिला चिकित्सालय में नगर निगम वार्ड के बाहर जिंदगी मौत से संघर्ष कर रहा। उसके पूरे शरीर में कीड़े पड़ गए। वार्ड बाय गोलू की मदद से कीड़े खत्म करने की कोशिश करी परंतु घाव बढ़ता गया। उसकी हालत बहुत ही खराब हो गई मीडिया बंधुओं के साथ जब उसकी हालत देखी तो ईश्वर से यही प्रार्थना थी इसके गुनाहों को माफ कर इसे जल्द कष्ट से मुक्ति दे दो। ईश्वर ने प्रार्थना स्वीकार की और उसे कष्ट से मुक्ति मिल गई। उक्त व्यक्ति का अंतिम संस्कार कल भक्तन की बावड़ी पर विधि विधान से काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन, गोलू भैया एवं समाजसेवी बंधु की आर्थिक मदद से भक्तन की बावड़ी पर किया गया। पहली बार मृतक की दुर्गंध से शमशान के कर्मचारी को भी ज़ी मचलाना और घबराने पर गोलू भाई के साथ मिलकर अंतिम संस्कार करना पड़ा। काकानी वेलफेयर फाउंडेशन, समन्वय परिवार, प्रभु प्रेमी संघ की ओर से गोविंद काकानी एवं गोलू भाई ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
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