🔴 CCTV कैमरे खंगाले तब मिला सुराग
खबरगुरु (रतलाम) 14 नवम्बर। शहर के राजीव नगर इलाके में शनिवार की शाम को प्रॉपर्टी ब्रोकर की घर में मिली लाश के मामले में पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। राजेश वासन की हत्या लेन देन के विवाद के चलते की पहचान वालों ने ही हत्या की थी। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है।
सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम पर आयोजित प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने अंधे कत्ल का पर्दाफाश करते हुए बताया कि आरोपियों ने गुमराह करने के लिए घटनास्थल पर लूट की घटना को अंजाम देने जैसा दृश्य बना दिया ताकि पुलिस गुमराह हो जाए और हत्यारों तक ना पहुंच पाए लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं हुए और पुलिस के हत्थे चढ़ गए। सीसीटीवी कैमरे में आरोपी मृतक के घर से टीवी, गैस सिलेंडर बैग सहित अन्य सामान ले जाते हुए नजर आए थे। पुलिस ने हत्या के मामले में जगन्नाथ डाबिया पिता भूरालाल (38) निवासी मोती नगर, कमल राठौर पिता शांतिलाल राठौर (25) निवासी धीरज शाहनगर हाल मुकाम हिम्मत नगर को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से एलईडी टीवी गैस सिलेंडर तथा आर्टिफिशियल आभूषण के 5 बाक्स भी जब्त किए हैं। एक आरोपी विजय उर्फ ब्रजेश पिता बाबूलाल सोलंकी (26) न्यू अलकापुरी फरार है। प्रेसवार्ता में सीएसपी हेमंत चौहान, औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी अय्यूब खान मौजूद थे।
यह था मामला
शहर के राजीव नगर में राजेश वासन 45 वर्षीय अविवाहित होकर घर में अकेला ही रहता था। मां दर्शना और दो भाई सतीश और संदीप के साथ पीएनटी कॉलोनी में रहती हैं। राजेश हर दिन अपनी मां से मिलने जाता था लेकिन 2 दिन से वह अपनी मां के पास नहीं गया। इस बात पर मां को शंका हुई तो मां ने अपनी बेटी सीमा से बताई और अपनी बेटी को कहा कि दामाद जी से बोलना वह देख कर आए। दामाद कृष्ण मोहन शर्मा शनिवार की शाम को जब राजीव नगर साले के घर पहुंचे। ऊपर जाकर देखा तो वहां अचेत अवस्था में था। हाथ बंधे हुए थे मुंह पर टेप लगा था ऐसी स्थिति देख तत्काल पुलिस को फोन किया। औद्योगिक थाना क्षेत्र प्रभारी अयूब खान पुलिस बल के मौके पर पहुंचे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी सहित अन्य जांच अधिकारी भी पहुंचे।
[box type=”shadow” ]अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने में इनकी रही विशेष भूमिका
अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने में सीएसपी हेमन्त चौहान, औद्योगिक क्षेत्र टीआई अय्यूब खान, माणकचौक थाना प्रभारी अनुराग यादव, एसआई मुकेश सस्तिया, सत्येन्द्र रघुवंशी, सुरेश गोयल, एएसआई हीरालाल परमार, हेड कान्स्टेबल हेमेन्द्र सिंह, नारायण सिंह जादौन, आरक्षक संदीप भदौरिया, दुर्गेश जाट, हिम्मत सिंह, लखन सिंह, दीपक सिंह, शोभाराम शर्मा, वीरेन्द्र बारोठ, पंकज बारिया, राकेश निनामा, सूर्यप्रसाद, संजय, कारुलाल, मोहनलाल पाटीदार, विनोद, नब्बू डामोर, राजेश प्रजापत, रोशन सायबर सेल के आरक्षक विपुल भावसार और राहूल पाटीदार की विशेष भूमिका रही।