खबरगुरु (रतलाम) 1 अक्टूबर। जहां एक ओर रतलाम डीआरएम ऑफिस देश में अपनी कार्यशैली के लिए जाना जाता है वहीं दूसरी ओर कुछ अधिकारी रेलवे का नाम खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। आई ओ डब्ल्यू मैं कार्यरत एक अधिकारी अपनी दादागिरी के लिए कई बार चर्चाओं में रह चुके हैं। फाइल फेकना हो, किसी पर हाथापाई करना हो या किसी को चांटा मारना हो इन सभी काम में ये अधिकारी माहिर है।
हम बात कर रहे हैं SSE-IOW रमाकांत सारस्वत साहब की। कई शिकायत उनके नाम पर उनके अधीनस्थ कर्मचारी कर चुके हैं। यह अधिकारी जिस डिपार्टमेंट में जाते हैं वहां के कर्मचारी उनके कार्य शैली से और उनके स्वभाव से त्रस्त हो जाते हैं। इतना ही नहीं इन अधिकारियों को गुस्से में यह भी नहीं दिखता है कि सामने खड़ा कोई बुजुर्ग हो सकता है अथवा कोई महिला भी हो सकती है।
वीडियो में करतूत हुई रिकार्ड
कुछ दिन पूर्व एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें यह एक महिला के साथ बहसबाजी करने से भी पीछे नहीं हटे थे। वीडियो में इनकी करतूत रिकार्ड हो गई। गुस्से में फाईल फैकने और गाली देते हुए भी दिखाई दे रहे है। अपने गुस्सैले स्वभाव और मारपीट करने जैसे कृत्य से हमेशा विवादो में रहने वाले इस अधिकारी को किसी बड़े अफसर का डर नहीं है। हर बार अपनी हरकतों से विवादों में रहने की आदत बना चुके इस अधिकारी पर कब कार्रवाई होगी यह देखने वाला विषय है। आखिर किसके वरदहस्त के चलते इस अधिकारी को इतना पावर मिल रहा है कि ये किसी भी कर्मचारी को मारपीट और बेइज्जत करने पर उतारू हो जाता है।
साहब ने जड़ दिया थप्पड़
बताया जा रहा है कि एक दिन पूर्व डीजल शेड में कार्यरत एक कर्मचारी अपने क्वार्टर के सिंक के कार्य के लिए साहब से मिलने पहुंचा था, परंतु साहब का गुस्सा इन पर भी उतर गया। साहब ने इन्हें यह कहते हुए थप्पड़ जड़ दिया कि तुम्हारी यहां आने की हिम्मत कैसे हुई। अब इन साहब को कौन बताएं कि कर्मचारी की समस्या को सुनने और उसके निराकरण के लिए ही सरकार इन्हें तनख्वाह दे रही है। साहब का घमंड इतना बढ़ गया कि वह किसी भी कर्मचारी को नहीं बख्शते।
उम्मीद है कि बड़े अधिकारी तो जरूर सुनेंगे
अब कर्मचारी अपनी समस्याओं को लेकर अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। क्योंकि उसे उम्मीद है कि बड़े अधिकारी तो जरूर सुनेंगे और समस्या का समाधान करते हुए ऐसे अधिकारियों को सबक सिखाएंगे। ताकि भविष्य में किसी भी कर्मचारी पर अत्याचार ना हो सके।
नहीं किया फोन रिसीव
डीआरएम रजनीश कुमार से जब इस मुद्दे पर चर्चा करना चाही तो अधिकारियों द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया। पीआरओ खेमराज मीणा से संपर्क किया गया तो उन्होंने जानकारी लेकर बताने की बात कही।
Sr DEN-CO
पियूष पांडे
देखे वीडियो