खबरगुरु (रतलाम) 23 सितंबर। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बीच रतलाम में वायरल फीवर और डेंगू का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है। तीसरी लहर की तैयारी का दावा करने वाले स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की तैयारियों की हकीकत अस्पतालों में जाकर पता चलती हैं। हालात यह है कि एक बेड पर दो-दो बच्चों को उपचार देने की नौबत आ गई है। वर्तमान में क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था ढर्रे से उतरी हुई है। अस्पताल में बच्चों को वार्ड तो ठीक बरामदे में भी जगह नसीब नहीं हो पा रही है। और इन हालातो के बीच सीएमएचओ कह रहे हैं कि 15 दिनों में डेंगू खत्म हो जाएगा। अब अस्पतालों की ऐसी हालत देख सीएमएचओ साहब का ये बयान समझ से परे हैं।
भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अस्पताल में उपलब्ध बेड से कही ज्यादा
अस्पताल में उल्टी, दस्त, पेट दर्द, बुखार के अलावा वायरल रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या अधिक है। हालात यह है कि बाल चिकित्सालय में अस्पताल में मात्र 65 बेड है। जबकि भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है। जिससे अस्पताल प्रशासन को कई बेड पर दो-दो मरीजों का उपचार करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर तीसरी लहर आ जाती है तो वो कितने दिनों में समाप्त होगी ये तो सीएमएचओ साहब ही बता पाएंगे। ऐसे दावो के पीछे के हालात देख स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां वायरल बुखार और डेंगू पर नाकाफी साबित हो रही है।
65 ऑक्सीजन बेड वाले नवीनीकृत भवन का शुभारंभ 12 सितम्बर को हुआ था
जिले के प्रभारी मंत्री श्री ओ.पी.एस. भदोरिया ने रविवार 12 सितम्बर को रतलाम के बाल चिकित्सालय के नवीनीकृत भवन का शुभारंभ किया था। जिसमें 65 ऑक्सीजन बेड बच्चों के लिए उपचार हेतु उपलब्ध होना बताया गया था। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि कल दिनांक को 48 मरीज भर्ती किए गए थे। 108 के लगभग मरीज भर्ती होने कर बात सामने आई। बच्चों का बरामदे में उपचार होना अपनेआप में हालात बया कर रहा हैं। पर सीएमएचओ साहब मौसम का हवाला देते हुए डेंगू के 15 दिन में खत्म होने की बात बता रहे हैं।