खबरगुरु (रतलाम) 5 अप्रैल। रतलाम में गर्मी अपना भीषण असर दिखा रही है, सुबह सूरज निकलते ही तेज तपिश का एहसास होने लगता है। तापमान अप्रैल के पहले हफ्ते में ही रिकार्ड कायम करने की तरफ़ बढ़ रहा है, इस गर्मी में सबसे ज्यादा परेशान स्कूली बच्चे है। भोपाल और जबलपुर कलेक्टर के आदेश के बाद वहाँ छात्रों के साथ ही परिजनों ने भी राहत की सांस ली है। परंतु रतलाम के बच्चों को अभी तक गर्मी से राहत की कोई खबर सुनने को नही मिली। जबलपुर कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के अनुसार जबलपुर के सभी शासकीय एवं अशासकीय स्कूल सुबह 7 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक संचालित होंगे। राजधानी भोपाल में भी मंगलवार को कलेक्टर ने आदेश जारी कर स्कूल का समय दोपहर 12 बजे तक करने का निर्णय लिया है।
स्कूल शुरू हो चुके है, ऐसे में भीषण गर्मी में छात्रों को स्कूल जाना पड़ रहा है। दोपहर में 1 से 2 बजे के मध्य जब गर्मी अपने उच्चतम स्तर पर होती है उस समय बच्चो के स्कूल की छुट्टी होती है। कोरोना के चलते लंबे समय बाद खुले स्कूल में बच्चों की उपस्थिति भी अनिवार्य है, ऐसे में भीषण गर्मी में बच्चे स्कूल जाने मजबूर है। वहीं लू की वजह से कई लोग बीमार हो रहे हैं। लेकिन इस गर्मी में प्राइमरी स्कूल के बच्चों को भी बीच दोपहर में स्कूल से घर लौटना पड़ रहा है। बीच दोपहर में बच्चों के घर लौटने से अभिभावक बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं।
जिस तरह से लगातार तापमान में बढ़ोतरी हो रही है और भीषण गर्मी पड़ने लगी है उसके चलते अब स्कूलों के समय में परिवर्तन किए जाने की मांग पालकों व विद्यार्थियों द्वारा की जाने लगी है। गर्मी अपना रूप दिखा रही है ऐसे में भी जिम्मेदारों को बच्चों की तकलीफ नहीं दिख रही। निजी स्कूल में छोटे छोटे बच्चे दोपहर 2 बजे स्कूल से घर जाने को मजबूर है। उम्मीद है भोपाल की तरह रतलाम में अधिकारियों को जल्द ही नन्हे बच्चों की परेशानियां दिखाई देगी और जल्द ही स्कूल का समय बदल जायेगा।