खबरगुरू (पटना) 6 दिसंबर । बिहटा -औरंगाबाद रेलवे लाइन परियोजना को यथाशीघ्र शुरू करने की मांग को लेकर बुधवार को रेलवे संघर्ष समिति के कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान ट्रेन आ गई। ट्रेन को आता देखकर प्रदर्शनकारी तो हट गए, लेकिन समिति के संयोजक पटरियों के बीचों-बीच लेट गए। इस दौरान उनके ऊपर से करीब 10 बोगियां निकल गई। 50 से ज्यादा लोग मांग को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे थे।
दरअसल, 6 दिसंबर से बिहटा में संघर्ष समिति ने अनिश्चितकालीन रेलवे लाइन जाम (रेल रोको) करने की घोषणा की थी। संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक राजेंद्र यादव, संयोजक चंदन कुमार वर्मा के नेतृत्व में पदयात्रियों की बड़े पैमाने पर चल रही टीम एक दिन पहले ही पालीगंज पहुंच गई थी। वहीं बुधवार को तय समय पर बिहटा में प्रदर्शन की शुरुआत हुई। प्रदर्शनकारियों ने बिहटा रेलवे स्टेशन पर ट्रैक पर उतरकर धरना शुरू किया। इसी दौरान ट्रेन आ गई। ट्रेन को आता देखकर प्रदर्शनकारी तो हट गए, लेकिन समिति के संयोजक पटरियों के बीचों-बीच लेट गए। उनके ऊपर से करीब 10 बोगियां निकल गई। इस घटना में किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
संघर्ष समिति के सदस्य राजेंद्र यादव के अनुसारबिहटा-औरंगाबाद रेलवे लाइन परियोजना पिछले 42 वर्षों से लटका हुआ है सरकार कितनी आई और गई लेकिन केवल हम सभी लोगों को आश्वासन ही मिलने आ रहा था अब आंदोलन को उग्र किया जा रहा है और बिहटा रेलवे स्टेशन पर रेलवे प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां हम सभी लोगों ने आंदोलन को लेकर आज दिन पहले ही रेलवे विभाग को इसकी जानकारी हम लोग लिखित में दिया था इसके बावजूद भी हमारे ऊपर से ट्रेन गुजरी है । घटना से आक्रोशित संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने रेलवे प्रबंधन के खिलाफ जमकर हंगामा किया। ट्रेन के लोको पायलट, स्टेशन मास्टर और रेलवे गार्ड को बर्खास्त करने की मांग भी की।