मोदी सरकार ने तीन तलाक को जुर्म घोषित कर इसके लिए सजा मुकर्रर करने के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है. सुप्रीम कोर्ट में इस व्यवस्था को खत्म करने के लिए मुस्लिम महिलाओं की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दलीलें रखी गई, जबकि पर्सनल लॉ बोर्ड ने इसे धार्मिक मसला बताते बुए इस पर सुनवाई न करने की मांग की थी, केंद्र सरकार आज संसद में ‘द मुस्लिम वीमेन प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स इन मैरिज एक्ट’ बिल पेश करेगी. इस विधेयक को लेकर मुस्लिम संगठन नाराज हैं
देश में कई ऐसी महिलाएं हैं जिन्हें छोटी सी बात पर उनके पति ने तलाक दे दिया और एक पल में इनकी जिंदगी बर्बाद हो गई
1. उत्तराखंड की रहने वाली शायरा बानो को उनके पति रिजवान अहमद ने तलाक दे दिया था. 37 साल की शायरा दो बच्चों की मां है. दोनों बच्चे पिता के पास रहते हैं. उनका कहना है कि वह अपने बच्चों के साथ रहना चाहती है. शायरा ने कहा कि वो न्याय लेकर अपनी जिंदगी में वापस लौटना चाहती है.
2. रुखसाना की उत्तर प्रदेश में लखनऊ की रहने वाली रुखसाना की सात साल पहले शादी हुई थी. पहली बार शादी से दो बच्चे हुए. पति ने तलाक दिया फिर पति पर शादी का दबाव बना, तो परिवार के ही एक सदस्य के साथ हलाला करना पड़ा. जिसके बाद पति से दोबारा शादी हुई और दो बच्चे फिर हुए. दस महीने पहले रुखसाना को प्रताड़ित करके घर से निकाल दिया गया.
3. आतिया का साल 2016 में उत्तर प्रदेश में सहारनपुर की आतिया साबरी के पति ने कागज पर तीन तलाक लिखकर आतिया से अपना रिश्ता तोड़ लिया था. उनकी दो बेटियां हैं. उनका आरोप है कि लगातार 2 बेटियां से उनके शौहर और ससुर नाराज थे और उन्हें घर से निकालना चाहते थे. उनका कहना है कि दिसंबर 2015 में उन्हें जहर पिलाकर मारने तक की कोशिश की गई थी. इसके बाद वह अपने मायके चली गई थीं. ससुराल में आतिया को दहेज के लिए भी प्रताड़ित किया जा रहा था.
मुस्लिम महिलाएं एक सुर में तीन तलाक की मुखालफत करती हैं, लेकिन पति को जेल जाते भी नहीं देखना चाहती है. लेकिन तीन तलाक पर पूरी तरह से पाबंदी लगे इसके लिए कानून बनाने की पक्ष में जरूर खड़ी नजर आ रही हैं.